इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें सीजन का खिताब महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने अपने नाम कर लिया। सीएसके ने रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए मैच में आठ विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही तीसरी बार धौनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने IPL का खिताब जीता है। टॉस हारकर हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए थे। ये स्कोर उनकी गेंदबाजी को देखते हुए काफी बेहतर लग रहा था। लेकिन चेन्नई ने यह लक्ष्य 18.3 ओवरों में दो विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
वॉटसन की आतिशी पारी- शेन वॉटसन को क्रिकेट फैंस लंबे समय तक याद रखेंगे। इसका प्रमुख कारण यही है कि उन्होंने फाइनल मैच में धुआंधार नाबाद शतक जमाकर चेन्नई सुपरकिंग्स को तीसरी बार आईपीएल चैंपियन बनाया। वॉटसन ने सिर्फ 57 गेंदों में 11 चौके और 8 छक्कों की मदद से नाबाद 117 रन बनाए।
खाता खोलने में वॉटसन को लगा समय- अपना खाता खोलने के लिए वॉटसन ने 11 गेंदों का सामना किया और एक बार सेट हो जाने के बाद वॉटसन ने मैदान के चारों तरफ चौके और छक्के की झड़ी लगा दी।
- दस ओवर के बाद चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर 80 रन था और वॉटसन 32 गेंदों का सामना करते हुए 45 रन पर खेल रहे थे।
- वॉटसन की आतिशी पारी के बदौलत चेन्नई 9 गेंद शेष रहते हुए इस मैच को जीत गई।
- वॉटसन ने सिर्फ 57 गेंदों का सामना करते हुए 117 रन बनाए। आखिर 72 रन वॉटसन ने सिर्फ 25 गेंदों में बनाए।
- अपनी शानदार पारी की वजह से वॉटसन 'मैन ऑफ़ द मैच भी बने।
शुभ साबित हुआ यह नंबर- चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 7 नंबर शुभ साबित हुआ।
- चेन्नई सातवीं बार आईपीएल फाइनल में पहुंची थी और चैंपियन बनने में कामयाब हुयी।
- महेंद्र सिंह धोनी का जर्सी नंबर भी 7 है और धोनी के कप्तानी में चेन्नई फाइनल जीतकर तीसरी बार चैंपियन बनने में कामयाब हुई।
- वॉटसन के लिए 7 नंबर भी शुभ साबित हुआ।
- 36 साल की वॉटसन ने 57 गेंदों का सामना करते हुए 117 रन बनाए।
- वॉटसन ने 52 गेंदों में अपना शतक पूरा किया जिसमें 7 चौके शामिल थे।
- चेन्नई सुपर किंग्स के 100 रन 71 गेंदों से आए।
- शेन वॉटसन और सुरेश रैना के बीच 100 रन की साझेदारी भी 71 गेंदों में बनी।
- महेंद्र सिंह धोनी ने खुद माना की 7 नंबर उनकी टीम के लिए लकी साबित हुआ है।