नई दिल्ली। शेयर बाजार में बीते कुछ दिनों से गिरावट का सिलसिला जारी है और सेंसेक्स-निफ्टी लगातार टूटते जा रहे हैं। सोमवार को खुलने के साथ ही शेयर मार्केट क्रैश हो गया। सेंसेक्स 700 अंक, तो निफ्टी 200 अंक तक फिसल गया। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या बाजार के बिखरने के पीछे इलेक्शन का कोई कनेक्शन है? इसे लेकर देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बड़ा बयान दिया है और कहा है शेयर बाजार में चल रही गिरावट को चुनावों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
एक इंटरव्यू के दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने शेयर बाजार में जारी गिरावट को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि 4 जून 2024 के बाद स्टॉक मार्केट में तेजी आने वाली है। गौरतलब है कि सातों चरणों की वोटिंग के बाद 4 जून को रिजल्ट घोषित किए जाएंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने शेयर बाजार में जारी उथल-पुथल के पीछे का कारण तमाम तरह की अफवाहों को बताया है। शेयर बाजार में आने वाली गिरावट को चुनावों से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब शेयर बाजार टूटा है। इससे पहले भी ने 16 बार गोते लगाए हैं, ऐसे में इसे चुनाव के साथ जोड़ना नहीं चाहिए। अफवाहों के कारण ऐसा हुआ है, तो 4 जून के पहले आप अपनी खरीद कर लीजिए, क्योंकि बाजार में तेजी आने वाली है।
अमित शाह ने बाजार में तेजी का अनुमान लगाते हुए इसके पीछे की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा कि जब भी देश में स्थिर सरकार आती है, तो बाजार में उछाल आता है और हमारी सीटें 400 के पार जाने वाली हैं, फिर मोदी सरकार आएगी और साथ ही मार्केट में तेजी भी देखने को मिलेगी। हमेशा ऐसा ही हुआ है।
इस बीच सोमवार को शेयर बाजार ने गिरावट के साथ ओपनिंग की और देखते ही देखते धड़ाम हो गया। बाजार में कारोबारी के शुरुआती दो घंटों में BSE Sensex 700 अंक से ज्यादा फिसलकर 72,000 के नीचे आ गया, तो नहीं NSE Nifty भी 216 अंक तक टूट गया।
फिलिप कैपिटल ने बाजार और इसके इलेक्शन कनेक्शन को लेकर एक नोट जारी किया है और इसमें कहा है कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए बहुप्रचारित 400 से ज्यादा सीटें जीतने का अपना लक्ष्य हासिल कर लेता है, तो शेयर मार्केट में जोरदार तेजी आएगी। वहीं अगर एनडीए 300-330 सीटें जीतती है और इसका असर बाजार में गिरावट के रूप में दिखता है, तो हम इसे खरीदारी के अवसर के रूप में लेंगे।
नोट में कहा गया कि पहले तीन चरणों में मतदान थोड़ा कम रहा है, हालांकि यह कुछ निर्वाचन क्षेत्रों के परिणामों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन इससे भाजपा के सत्ता में लौटने के व्यापक रूप से अपेक्षित परिणाम पर कोई असर पड़ने की संभावना नहीं है।
Mirae Asset Capital Markets को भी उम्मीद है कि शेयर बाजार में तेजी देखने को मिलेगी। मिरे के
नोट में कहा गया है कि अगर हम 2019 के घोषणापत्र और मोदी सरकार (Modi Govt) द्वारा पहले 100 दिनों में किए गए कार्यों को जोड़ते हैं, तो हमें बहुत सारे कनेक्शन मिलते हैं।