नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत कब छोड़ेंगी, इस बारे में उसके पास कोई अपडेट नहीं है। हसीना अपने शासन के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में हुए हिंसक विद्रोह के बीच अपने देश से भाग गई थीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमें उनकी योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बताया जाता है कि ब्रिटेन ने हसीना के शरण के आवेदन को खारिज कर दिया था और अमेरिका ने उनका आधिकारिक वीजा रद्द कर दिया था, जिसके कारण उन्हें भारत में अपना प्रवास बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार आज कार्यभार संभालने जा रही है। डॉ. यूनुस बांग्लादेश की सड़कों पर शांति लाने और देश के पुनर्निर्माण के लिए तैयार हैं, वहीं भारत ने कहा है कि बांग्लादेश के लोगों के हित उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।
जायसवाल ने कहा, जहां तक भारत का सवाल है, बांग्लादेश के लोगों के हित हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि नई दिल्ली स्थिति पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि भारत भारतीय मिशनों, वहां काम करने वाले कर्मियों और उस देश में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश में अधिकारियों के संपर्क में
है।