अजमेर : जांच के बाद हुआ खुलासा, हाईसिक्यूरिटी जेल में होमगार्ड जवान ने ही पहुंचाया था मोबाइल

प्रदेश की एकमात्र अजमेर जयपुर राेड पर स्थित हाईसिक्यूरिटी जेल में एक साल पहले कुख्यात अपराधियाें के पास मिले माेबाइल फाेन के मामले में जांच के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने हाेमगार्ड काे गिरफ्तार किया है। पुलिस तफ्तीश में सामने आया है कि जेल की बाहरी सुरक्षा के लिए तैनात बार्डर हाेमगार्ड ने ही साजिश कर माेबाइल फाेन जेल के भीतर पहुंचाया था। इसका उपयाेग कुख्यात गैंगस्टर लाॅरेंस बिश्नाेई सहित अन्य हार्डकाेर ने किया था। थाना प्रभारी अरविंद चारण के अनुसार आराेपी बाड़मेर निवासी केवलचंद काे गिरफ्तार किया गया है।

उससे पूछताछ की जा रही है कि जेल में माेबाइल फाेन और अन्य प्रतिबंधित सामग्री मुहैया कराने में काैन-काैन लाेग लिप्त हैं। साल भर पहले हाईसिक्यूरिटी जेल के भीतर माेबाइल फाेन और सिम बरामद हुई थी। जेल प्रशासन की रिपाेर्ट पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मुकदमा मुकदमा संख्या 506-2019, कारागार अधिनियम 42 के तहत दर्ज कर तफ्तीश की थी। जांच में सामने आया है कि जेल की बाहरी सुरक्षा के लिए तैनात बार्डर हाेमगार्ड के जवान केवलचंद ने ही जेल के भीतर माेबाइल फाेन और सिम मुहैया कराई थी।

हाईसिक्यूरिटी जेल की स्थापना इस उद्देश्य से की गई है कि प्रदेश की जेलाें में कुख्यात हार्डकाेर अपराधियाें ने अपने-अपने गुट बना लिए थे और यह गुटबंदी हिंसात्मक गतिविधियाें का भी कारण बनने लगी थी। इस समस्या के निजात के लिए हाईसिक्यूरिटी जेल बनाई गई और इस जेल में प्रदेश भर के ऐसे कैदियाें काे रखा जाता है जाे सामान्य जेलाें में गुटबंदी कर कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा करते हैं। अजमेर में हाईसिक्यूरिटी जेल में प्रदेश भर के 75 से ज्यादा कुख्यात अपराधियाें काे रखा गया है।

जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद पिछले दाे साल में 6 बार माेबाइल फाेन और सिम बरामद हाे चुके हैं। कुख्यात गैंगस्टर लाॅरेंस के पास से दाे बार माेबाइल फाेन बरामद हुए थे, जबकि लाॅरेंस और अन्य अपराधियाें पर जेल स्टाॅफ के साथ मिलीभगत कर नियमाें का उल्लंघन करने के आराेप में बाहरी सुरक्षा के लिए तैनात बार्डर हाेमगार्ड के हैडकांस्टेबल ने मुकदमा भी दर्ज कराया था।