म्यांमार में तनाव, भारत के मिजोरम में दाखिल हुए 5000, 42 सैन्यकर्मियों ने किया आत्मसमर्पण

नई दिल्ली। म्यांमार के चिन राज्य में हुए एयरस्ट्राइक और गोलीबारी से सीमावर्ती इलाकों में तनाव काफी बढ़ गया है। आम लोग डरे-सहमे भारत में दाखिल हो रहे हैं। मिजोरम के पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 24 घंटे के भीतर 5000 से अधिक लोग भारतीय सीमा में दाखिल हुए हैं। इनमें 42 सैन्यकर्मी भी हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने आईजीपी लालबियाकथंगा खियांगते के हवाले से बताया कि रविवार (12 नवंबर) की शाम म्यांमार की पीडीएफ ने म्यांमार सेना की पोस्ट पर हमला किया। कल यानी (सोमवार, 13 नवंबर) को पीडीएफ ने दो म्यांमार पोस्ट पर कब्जा कर लिया। इसका परिणाम ये हुआ कि म्यांमार सैन्यकर्मी मिजोरम में आश्रय लेने लगे। इसमें से 42 लोगों ने मिजोरम पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

आईजीपी खियांगते ने आगे कहा, “लगभग 20 लोग घायल हैं। उनमें से आठ को बेहतर चिकित्सा उपचार के लिए आइजोल ले जाया गया है और बाकी का इलाज चम्फाई में किया जा रहा है। घायलों में से एक ने कल शाम दम तोड़ दिया।”

पत्रकारों ने IGP से पूछा कि ज़मीनी स्तर पर स्थिति क्या है और क्या म्यांमार की ओर से हंगामे की कोई संभावना है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “कल रात से कोई हंगामा नहीं हुआ है। अब यह काफी शांत है लेकिन हमें नहीं पता कि म्यांमार की सेना हवाई हमला करेगी या नहीं। अगर म्यांमार सरकार चाहे तो हम फिलहाल हवाई हमले से इनकार नहीं कर सकते।”

मिजोरम आईजीपी ने बताया कि म्यांमार सेना के 42 जवानों ने मिजोरम पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और उन्हें केंद्रीय बल असम राइफल्स को सौंप दिया गया है। भारत सरकार उनके भाग्य का फैसला करेगी। घायलों की देखभाल स्थानीय मिज़ो गैर-सरकारी संगठन कर रहे हैं। सोमवार को भारत की ओर आते समय म्यांमार के कई नागरिक गोलीबारी में फंस गए और घायल हो गए।

कथित तौर पर लड़ाई तब शुरू हुई जब पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) ने भारतीय सीमा के पास चिन राज्य में ख्वामावी और रिहखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमला किया। जवाबी कार्रवाई में म्यांमार की सेना ने हवाई हमले किए। म्यांमार सेना के हवाई हमले में घायल हुए कई म्यांमार नागरिक अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर मिजोरम के चम्फाई जिले में प्रवेश कर गए हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मिज़ो लोग चिन समुदाय के साथ जातीय संबंध साझा करते हैं। म्यांमार की सैन्य जुंटा 2021 के तख्तापलट में सत्ता संभालने के बाद से अपनी सबसे बड़ी परीक्षा का सामना कर रही है।

पीडीएफ कौन है?


मिज़ोरम के चम्फाई जिले के उपायुक्त (डीसी) जेम्स लालरिंछना ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बताया कि म्यांमार में सत्तारूढ़ जुंटा समर्थित सुरक्षा बलों और मिलिशिया समूह ‘पीपुल्स डिफेंस फोर्स’ (पीडीएफ) के बीच रविवार शाम को भीषण गोलीबारी हुई। चम्फाई जिले की सीमा पड़ोसी देश के चिन राज्य से लगती है।