अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकालिए, मैं आपकी सेवक बनकर रहूंगी..., सीरिया में 36 घंटे मलबे में दबी बच्ची की मार्मिक अपील

तुर्की और सीरिया में सोमवार को सुबह 4 बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसने तुर्की और सीरिया में भारी तबाही मचाई। भूकंप से अब तक 8300 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 42,259 लोगों के घायल होने की खबर है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा 20000 तक पहुंच सकता है। इमारतों के मलबों से शवों के निकलने का सिलसिला जारी है। उत्तरी सीरिया में भूकंप के 36 घंटे बाद मलबे में दबे भाई-बहन को जिंदा निकाला गया।

अमेरिकी न्यूज वेबसाइट CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में हरम शहर के पास छोटा सा गांव है बेसनया-बसईनेह। यहां भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई। जब रेस्क्यू टीम यहां पहुंची तो एक बच्ची और उसके भाई को मलबे में जिंदा दबा देखकर चौंक गई। बच्ची ने बचावकर्मी से कहा, मुझे यहां से बाहर निकाल लें, आप जो कहेंगे मैं करूंगी, जीवन भर आआपकी सेवक बनकर रहूंगी।' इस पर बचावकर्मी ने जवाब दिया...नहीं, नहीं।

इसके बाद रेस्क्यू टीम ने बच्ची और उसके भाई को बाहर निकाला। बच्ची का नाम मरियम है। जब भूकंप आया, वह अपने भाई के साथ बिस्तर पर सो रही थी। मरियम के भाई का नाम इलाफ है।