राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में संत नगर के एक घर में रविवार को एक साथ 11 लोगों की सामूहिक हत्या से सनसनी फैल गई है। मरने वालों में से नौ की आंखों पर पट्टी बंधी थी और वे घर की पहली मंजिल पर लॉबी के जाल से लटके हुए थे। एक महिला का शव कमरे के गेट से लटका हुआ था, जबकि बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर अलग कमरे में पड़ा था। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। जांच में क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। पुलिस अधिकारी शुरुआती जांच के बाद इसे खुदकुशी की घटना बता रहे हैं, हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही इसका खुलासा होगा। पुलिस यह भी देख रही है कि पीड़ित परिवार किस गुरु को मानता था। परिजनों को खुदकुशी के लिए उकसाया तो नहीं गया था।
पुलिस को मौके से दो रजिस्टर मिले हैंपुलिस को काले जादू के चक्कर में हत्या का अंदेशा है। पुलिस को मौके से दो रजिस्टर मिले हैं। इनमें से एक रजिस्टर में पूरे पेज पर लिखा हुआ है कि परमात्मा में लीन हो रहे हैं। वह बुरी चीजों को न देखना चाहते हैं और न ही सुनना चाहते हैं। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस तरीके से परिवार के सदस्य लटके हुए थे, उस तरीके की बातें रजिस्टर में लिखी हुई हैं। एक में एक पेज पूरा हिंदी में लिखा हुआ है। एक ही पेज में विस्तार से सारी बातें लिखी हुई हैं। इसमें लिखा हुआ है कि परमात्मा में लीन हो रहे हैं। आंखें बंद कर रहे हैं, ताकि भारी व बुरी वस्तु को न देख सकें। कानों में रुई इसलिए लगाई है, ताकि बुरी बातों को सुन न सकें। अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रजिस्टर में यह भी लिखा हुआ है कि कैसे मुंह पर टेप लगानी है। कैसे कानों में रुई लगानी है और कैसे-कैसे क्या करना है। मुंह पर रुमाल कैसे बांधना है। इस रजिस्टर के आधार पर पुलिस अधिकारी इसे खुदकुशी की घटना बता रहे हैं।
घर की सबसे बुजुर्ग सदस्य 75 वर्षीय महिला नारायणी देवी भाटिया की गला दबाकर हत्या की गई है। वहीं अन्य मृतकों में नारायणी की 60 साल की विधवा बेटी प्रतिभा, प्रतिभा की 30 साल की बेटी प्रियंका, बेटा 46 वर्षीय भूपेंद्र उर्फ भूपी, उसकी पत्नी 42 वर्षीय सविता, भूपी की 24 वर्षीय बेटी नीतू, छोटी बेटी 22 वर्षीय मीनू, सबसे छोटा बेटा 12 वर्षीय धीरू, नारायणी देवी का छोटा बेटा 42 वर्षीय ललित, ललित की पत्नी 38 वर्षीय टीना, ललित का 12 साल का बेटा शिवम शामिल हैं।
मामले की जांच कर रही टीम के मुखिया और एडिशनल डीसीपी विनीत कुमार कहना है कि हम सभी कोणों से जांच कर रहे हैं। जांच अभी प्रारंभिक स्तर पर है, इसलिए अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। हम हत्या के पहलू से ही मामले की जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है।
पड़ोसी के आने पर हुआ घटना का खुलासा भाटिया परिवार की मुहल्ले में किराना की दुकान थी जो हर रोज सुबह 6 बजे ही खुल जाती थी। सुबह साढ़े सात बजे तक दुकान नहीं खुलने पर एक पड़ोसी गुरचण सिंह परिवार को देखने गए। अंदर घुसते ही दरवाजा खुला मिला। आगे बढ़े तो भयानक मंजर देखकर सहम गए। तत्काल पड़ोसी ने पुलिस सूचना दी।
फॉरेंसिक टीम ने नमूने उठाएफॉरेंसिक और क्राइम टीम ने घटनास्थल से जांच के लिए नमूने लिए हैं। जांच में जिला पुलिस की करीब 150 पुलिसकर्मियों की 10 टीम को लगाया गया है। क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीम भी अपने-अपने स्तर पर जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री समेत कई नेता पहुंचे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया और भाटिया परिवार के रिश्तेदारों व जानकारों से मुकाकात की। साथ ही पुलिस टीम से भी जांच के बारे में जानकारी ली। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के नजदीकी लोगों से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको, एके वालिया, जयप्रकाश अग्रवाल, इलाके के विधायक संजीव झा भी मौके पर पहुंचे।
राजस्थान का रहने वाला था परिवारभाटिया परिवार मूलरूप से राजस्थान का रहने वाला था। दस साल तक हरियाणा के टोहना इलाके में रहने के बाद करीब 22 साल पहले बुराड़ी इलाके में रहने के लिए आया था।
प्लाइवुड और राशन की दुकान थीबुजुर्ग महिला नारायणी देवी भाटिया के दो बेटे यहां रहते थे। एक बेटा राशन की दुकान चलाता था, जबकि दूसरे की प्लाईवुड की दुकान थी। नारायणी देवी का तीसरा बेटा दिनेश सिविल कांट्रैक्टर है और वह चित्तौड़गढ़ में रहता है।