कांग्रेस में शामिल हुए बसपा से निष्कासित सांसद दानिश अली, संसद में किया गया था दुर्व्यवहार

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित लोकसभा सांसद दानिश अली बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। यह बात अली द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में 10 जनपथ स्थित उनके आवास पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने और उनका 'आशीर्वाद' मांगने के पांच दिन बाद आई है।

बुधवार को दानिश अली ने राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। ज्ञातव्य है कि पिछले साल नौ दिसंबर को बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में दानिश को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि दानिश अली जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।

रिपोर्टों के मुताबिक, सबसे पुरानी पार्टी अली को उत्तर प्रदेश में अमरोहा निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार सकती है, यह सीट कांग्रेस ने अपनी सीट-बंटवारे की बातचीत में समाजवादी पार्टी से हासिल की थी।

14 मार्च को सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद, अली ने सोशल मीडिया X पर कांग्रेस में शामिल होने के बारे में एक बड़ा संकेत दिया। “अमरोहा से मेरे दूसरे लोकसभा चुनाव के लिए बलिदान की प्रतीक श्रीमती सोनिया गांधी का आशीर्वाद पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उनका दिल भारत के गरीबों के लिए धड़कता है... यह उनकी अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) थी जिसने मनरेगा, आरटीआई, शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा विधेयक जैसे ऐतिहासिक गरीब समर्थक और पारदर्शिता कानून बनाए।''

दानिश अली भी मणिपुर में राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के शुरुआती बिंदु पर शामिल हुए थे।, उन्होंने कहा कि अगर वह एकता और न्याय के लिए सबसे बड़े अभियान का हिस्सा नहीं बने तो वह एक राजनेता के रूप में अपने कर्तव्य में असफल होंगे। उन्होंने उस समय ट्वीट किया था कि यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण क्षण है। बहुत आत्ममंथन के बाद मैं यहां पहुंचा हूं। मेरे पास दो विकल्प थे - या तो यथास्थिति को स्वीकार करना और दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और अन्य हाशिये पर पड़े और गरीब वर्गों के शोषण को नजरअंदाज करना, या भय, घृणा, शोषण और गहराते इस माहौल के खिलाफ चौतरफा अभियान शुरू करना।

बसपा ने उतारा मुजाहिद हुसैन को

अमरोहा से बसपा ने इस बार दानिश की जगह मुजाहिद हुसैन को मैदान में उतारा है। बसपा ने अभी तक सात प्रत्याशियों का एलान किया है। इनमें पांच मुस्लिम समुदाय से हैं। बसपा ने कन्नौज से अकील अहमद, पीलीभीत से अनील अहमद खां फूल बाबू, अमरोहा से मुजाहिद हुसैन, मुरादाबाद से इरफान सैफी, सहारनपुर से मजीद अली को उतारा है। मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की पीछे की मायावती की रणनीति को इंडिया गठबंधन और सपा- कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की मंशा बताई जा रही है।