जब ट्विटर बन गया था सुषमा का दफ्तर... कुछ यादगार किस्से

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का मंगलरवार रात निधन हो गया। एक प्रखर वक्ता और तेज तर्रार राजनेता के तौर पर सुषमा स्वराज के भाषण भी हमेशा चर्चा में रहे। विदेश मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान वह ट्विटर पर काफी सक्रिय रहीं और विदेशों में बसे भारतीयों की मदद की। मुश्किल में फंसे लोग ट्विटर पर उनसे मदद मांगते और स्वराज सहर्ष उनकी मदद को तैयार दिखतीं। स्वराज (Sushma Swaraj) का कमाल ही था कि लोगों और उनकी सरकार ने तो उनकी भरपूर सराहना की ही, विरोधी नेता भी उनके इस बेमिसाल कदम की तारीफ किए बगैर नहीं रह सके।सुषमा स्वराज ने पूरी ताकत के साथ ट्विटर पर धमक दर्ज कराई और देश के बाहर हिन्दुस्तानियों और देश के अंदर विदेशियों की भरपूर मदद की। ऐसे ही कुछ यादगार वाकयों को याद करके आज हम सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) को श्रद्धांजलि देते है।

- गोपाल केशरी ने स्वराज को ट्वीट किया था कि दक्षिण अफ्रीका में एक भारतीय मूल की महिला को बंधक बनाकर रखा गया था और उसे प्रताड़ित किया जा रहा था, तब स्वराज ने दक्षिण अफ्रीका स्थित भारतीय हाई कमीशन की मदद से उस महिला को सुरक्षित निकलवाने का रास्ता बनाया था।

- दोहा एयरपोर्ट पर फंसे अपने भाई अंकित के लिए प्रांशु सिंघल ने गुहार लगाई थी क्योंकि प्रांशु का अपने भाई अंकित के साथ दो दिन से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। तब स्वराज ने संज्ञान लेते हुए दोहा से अंकित की वापसी सुनिश्चित करवाई।

- फरवरी 2015 में इराक में 168 भारतीय फंस गए थे। उन्होंने एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए सुषमा स्वराज को टैग किया था। मदद की गुहार सुनते ही स्वराज ने संज्ञान लिया और सभी 168 लोगों को वहां से सकुशल बाहर निकलवाया।

- यमन की सबा नाम एक महिला ने अपने आठ महीने के बच्चे का फोटो ट्वीट करते हुए राहत फ्लाइट से भारत आने की गुहार लगाई थी, तब स्वराज ने इस महिला को मदद करवाई थी। कहा गया था कि सबा ने एक भारतीय से शादी की थी और वह अपने बच्चे के साथ भारत लौटना चाहती थी, लेकिन यमन में फंसी हुई थी।

- अग्रता नाम की एक महिला ने ट्विटर हैंडल पर गुहार लगाते हुए कहा था कि बर्लिन में उसका पासपोर्ट और पैसे खो गए थे। वो भारतीय दूतावास से मदद चाहती थी। तब स्वराज ने इस महिला को मदद मुहैया करवाते हुए दूतावास को उससे संपर्क करने को कहा था।

- मानव तस्करी की शिकार हुई एक लड़की को स्वराज ने यूएई में छुड़वाया था जब उस लड़की के भाई देव ताम्बोली ने​ ट्विटर पर मदद मांगी थी। यूएई के दूतावास के ज़रिए पुलिस की मदद से लड़की को छुड़वाया गया था और ताम्बोली को सूचित करते हुए स्वराज ने कहा था कि उनकी बहन दुबई के भारतीय दूतावास द्वारा चलाए जाने वाले शेल्टर होम पहुंचा दी गई।

- जब कैप्टन तुषार महाजन के निधन के कारण उनके भाई कैप्टन निखिल महाजन को तत्काल भारत पहुंचना था और तब निखिल वॉशिंगटन में लंबी प्रक्रिया में उलझे थे। तब स्वराज ने निखिल को भाई के अंतिम संस्कार में जल्द से जल्द पहुंचने के लिए पूरी मदद करवाई थी।

- जब एक डच महिला ने ट्विटर के ज़रिये स्वराज को पत्र लिखकर मदद मांगी थी कि उसकी बहन ऋषिकेश में पर्यटन के दौरान मिसिंग थी, तब स्वराज ने गुमशुदा डच युवती सैबीन हारमेस को खोजने की कवायद करवाई थी।

- जब मीरा शर्मा ने ट्वीट करते हुए समस्या बताई कि बाली में रहने के दौरान उनकी मां का एक्सीडेंट हो गया था और वहां के अस्पताल ने भारत के इंश्योरेंस को नकार दिया था, तब स्वराज ने मीरा की मां के इलाज में पूरी मदद मुहैया करवाई थी।

- जब युद्धग्रस्त यमन से स्वराज ने ऑपरेशन राहत को अंजाम दिया और बहुत कम समय में एक बहुत बड़ा बचाव अभियान चलाते हुए हवाई और जल मार्गों से 1947 विदेशियों और 4741 भारतीयों को बचाया था।

काफी वायरल हुआ था सुषमा का ये ट्वीट

एक बार एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा था कि अगर आप मंगल ग्रह पर भी फंस गए तो वहां भी भारतीय दूतावास आपकी मदद कर देगा। उनका यह ट्वीट काफी वायरल हुआ था। दरअसल, विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने विदेशों में बसे भारतीयों की ट्विटर के जरिए खूब मदद की। किसी को मदद की जरूरत होती थी तो उन्हें टैग करके ट्वीट कर देता था। फिर चाहे वो मामला वीजा का रहा हो या किसी एयरपोर्ट में फंसे रहने का रहा हो, बस एक ट्वीट ही काफी था।