हनुमानगढ़। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिजन पार्थिव देह लेकर हनुमानगढ़ के भादरा पहुंच गए हैं। जब भादरा से काफिला गुजर रहा था तो लोगों ने श्रद्धांजलि दी। गांव गोगामेड़ी में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी।
गुरुवार को जयपुर में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद गोगामेड़ी का पार्थिव देह परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार और समाज के लोग पार्थिव शरीर को राजपूत सभा भवन ले गए, जहां बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद यहां से श्रद्धांजलि मार्च निकला और जगह-जगह हजारों की संख्या में लोगों ने पुष्प वर्षा की। यात्रा भवानी निकेतन, चौमूं, रींगस, सीकर, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, चूरू, तारानगर, साहवा, भादरा होते हुए उनके निवास स्थान गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) पहुंची। गोगामेड़ी गांव हनुमानगढ़ के भादरा कस्बे के पास है।
परिवार और पुलिस के बीच ग्यारह मांगों पर सहमति बनीइससे पूर्व परिवार और पुलिस के बीच ग्यारह मांगों पर सहमति बनी और उसके बाद सुखदेव सिंह की बॉडी को मैट्रो मास अस्पताल से एसएमएस अस्पताल लेकर आया गया। यहां पर रातों रात ही पुलिस ने विशेष अनुमति लेकर शव का पोस्टमार्टम कराया और आज सवेरे पार्थिव शरीर को परिवार को सौंप दिया गया।
अब समर्थकों ने उनके पार्थिव शरीर को जयपुर के राजमंदिर सिनेमा के नजदीक स्थित राजपूत सभा भवन में रखवाया है और वहीं पर बड़ी संख्या में समर्थक अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस हत्याकांड के बाद अब पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। दोनों शूटर्स की पहचान कर ली गई है और दोनों की लोकेशन निकालने का प्रयास किया जा रहा है। परिवार और समर्थकों की मांग है कि इस तरह का काम करने वाले दोनों शूटर्स का पुलिस एनकाउंटर करे ताकि समाज में अच्छा मैसेज जा सके।
पुलिस भी शायद यही तैयारी कर रही है। यही कारण है कि आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर करने वाली पूरी टीम को इस केस की जिम्मेदारी दे दी गई है।
मामले में 2 एफआईआर दर्जगोगामेड़ी हत्याकांड मामले में 11 सूत्री मांगों पर सहमति बनी है। जांच एनआईए को सौंपने की सिफारिश के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम कराने को तैयार हुए। मामले में 2 एफआईआर दर्ज की गई है। गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने हत्या का मामला दर्ज कराया है।
गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में राजस्थान था बंदइससे पहले बुधवार को करणी सेना ने गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में राजस्थान बंद का आह्वान किया था, जिसका असर पूरे राज्य में देखने को मिला।