मुंबई । भारतीय शेयर बाजार के लिए हफ्ते का आखिरी कारोबारी सत्र निवेशकों के लिए राहत लेकर आया है। पांच दिनों से जारी गिरावट पर आज जोरदार उछाल से ब्रेक लग गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी ऑलटाइम हाई बनाने में कामयाब रहा है। आईटी, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फार्मा स्टॉक्स में खरीदारी के चलते सेंसेक्स 1350 अंकों के उछाल के साथ बंद हुआ है, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 444 अंकों के उछाल के साथ 24,850 अंकों पर बंद हुआ है। निवेशकों की सम्पत्ति में 7 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 456.90 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ है।
भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार का कारोबारी सत्र काफी मुनाफे वाला रहा। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। दिन के दारौन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी ने 24,861 का नया ऑल टाइम हाई बनाया। कारोबारी सत्र में सेंसेक्स का 80,013 से लेकर 81,427 और निफ्टी का 24,410 से लेकर 24,861 का रेंज था। सेंसेक्स 1,292 अंक या 1.62 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,332 और निफ्टी 428 अंक या 1.76 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,834 पर बंद हुआ।
छोटे और मझोले शेयरों में भी जोरदार तेजी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,026 अंक या 1.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,786 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 180 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,854 अंक पर बंद हुआ।
ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी और एनर्जी इंडेक्स के साथ करीब सभी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं।
भारती एयरटेल, विप्रो, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंफोसिस, सन फार्मा, एचसीएल टेक और एमएंडएम टॉप गेनर्स थे। केवल नेस्ले इंडिया का शेयर ही लाल निशान में बंद हुआ है।
एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ सलाहकार रूपक दे का कहना है कि निफ्टी में आज डाउनसाइड कंसोलिडेशन से ब्रेकआउट देखने को मिला है। निफ्टी ने ऑल-टाइम हाई भी लगाया है, जो कि इंडेक्स की मजबूती को दिखाता है। 24,500 के ऊपर रहने तक निफ्टी में तेजी का ट्रेंड बना रहेगा। ऊपर स्तरों पर देखें तो निफ्टी 25,250 की तरफ जाता दिखाई दे रहा है।
शेयर मार्केट के अन्य जानकारों का कहना है कि बाजार में हाल की मंदी के बाद बड़ी तेजी देखने को मिली है। इसकी वजह यूएस जीडीपी के सकारात्मक आंकड़े आना है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी की अपनी रणनीति को बनाए रखनी चाहिए।