मुंबई इंडियंस ने पांचवीं बार जमाया खिताब पर कब्जा, इन 5 खिलाडियों की रही मुख्य भूमिका

बीते दिन आईपीएल के 13वें सीजन का अंतिम मुकाबला खेला गया जिसमें दिल्ली कैपिटल्स को हराकर मुंबई इंडियंस ने पांचवीं बार खिताब पर कब्जा जमाया। शुरुआत से ही मुंबई का प्रदर्शन बेहतरीन रहा और वे सही मायने में एक टीम की तरह उभरे। जब भी टीम को जरूरत पड़ी हर क्रम के खिलाड़ी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया हैं। लेकिन इन सभी खिलाड़ियों में आज हम आपको उन 5 खिलाडियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मुंबई इंडियंस को खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।

जसप्रीत बुमराह

टीम की मुख्य कड़ी और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इस बार फिर से अपनी गेंदबाजी से मुंबई को कई मैचों में जीत दिलाई। बुमराह ने अपनी सटीक लाइन लेंथ और रफ्तार से विपक्षी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। उन्होंने 15 मुकाबले में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 15 की औसत से 27 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान उन्होंने दो बार चार विकेट चटकाए।

ट्रेंट बोल्ट

दिल्ली से मुंबई में आए बोल्ट ने इस बार मुंबई के लिए पावरप्ले में जबरदस्त गेंदबाजी के साथ ही डेथ ओवरों में भी बल्लेबाजों को परेशान किया। बोल्ट ने इस सीजन में मुंबई की तरफ से खेलते हुए 15 मैचों में 25 विकेट चटकाए। उन्होंने मुंबई को कई बार शुरुआती सफलता दिलाई।

ईशान किशन

युवा बल्लेबाज ईशान किशन को शुरुआती मैचों में जगह नहीं मिली लेकिन उसके बाद उन्होंने मिले हुए मौके को अच्छे से भुनाया। ईशान ने इस सीजन में खूब छक्के लगाए और जमकर रन बटोरे। उन्होंने टीम को कई मौके पर जीत दिलाई। ईशान ने इस सीजन में मुंबई की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए। उन्होंने 14 मैचों में 57 की औसत और 145 की स्ट्राइक रेट से 516 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान चार अर्धशतक भी अपने नाम किए।

क्विंटन डिकॉक

विकेटकीपर बल्लेबाज डिकॉक शुरुआती मैचों में संघर्ष करते नजर आए लेकिन उसके बाद उन्होंने कई मैच जिताऊ ताबड़तोड़ पारियां खेली। डिकॉक ने इस सीजन में 16 मैचों में 36 की औसत और 140 की स्ट्राइक रेट से 503 रन बनाए। उन्होंने भी इस सीजन में चार अर्धशतकीय पारियां खेलीं। इतना ही नहीं डिकॉक ने विकेट के पीछे भी अच्छी भूमिका निभाई। उन्होंने 18 कैच और चार स्टंपिंग की।

सूर्यकुमार यादव

पिछले कुछ सीजन से अच्छा प्रदर्शन कर रहे सूर्यकुमार यादव ने इस सीजन में भी बेहद प्रभावित किया। उन्होंने इस बार मुंबई के मध्यक्रम को कई मौकों पर संभाला और मैच जिताऊ पारियां खेली। सूर्यकुमार ने इस सीजन में 16 मैचों में 40 की औसत और 145 की स्ट्राइक रेट से 480 रन बनाए और चार अर्धशतकीय पारियां खेली।