मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर अफवाह के बाद मची भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई जबकि 40 से 45 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को परेल के कीईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस व रेलवे के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
घटना सुबह 11 बजे के आसपास की बताई जा रही है। हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल भी मुंबई पहुंच गए हैं। भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना जताई है और कहा है कि इस दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तावड़े ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को पांच लाख रूपए की आर्थिक मदद की बात कही है। घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाए जाने की घोषणा की है।
आपदा प्रबंधन के साथ ही मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम भी लोगों के रेस्क्यू के लिए पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि जब पुल गिरने की अफवाह फैली, तो भगदड़ मच गई और पुल पर फिसलन के कारण यह हादसा और भी बड़ा हो गया है। भगदड़ मचने के बाद काफी औरतें बेहोश हो गई थी।
हादसे की ये वजहें बताई जा रही हैं-शॉर्ट सर्किटभारी बारिश के बीच ही शॉर्ट सर्किट होने की अफवाह फैल गई। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अफवाह की वजह से लोगों में अफरातफरी मच गई और लोग अचानक इधर-उधर भागने लगे। बारिश से बचने के लिए लोग ब्रिज पर ही खड़े हुए थे।
फुटओवर ब्रिज टूटने की बातचश्मदीदों ने बताया कि इस दौरान लोगों को अचानक से समझ में नहीं आया कि किधर जाना है। इसी दौरान वहां पर फुटओवर ब्रिज के टूटने का हल्ला मच गया और लोगों में भगदड़ मच गई।
ज्यादा भीड़शुक्रवार को छुट्टी होने की वजह से स्टेशन पर भीड़ ज्यादा थी और लोग काफी अधिक संख्या में स्टेशन पर मौजूद थे। इस वजह से यह हादसा काफी बड़ा हो गया।