ISIS ने ली श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की जिम्मेदारी, कोलंबो में फिर हमले की आशंका, अलर्ट जारी

श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए धमाकों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) ने ली है। मंगलवार को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपनी 'अमाक न्यूज एजेंसी' के जरिए हमलों की जिम्मेदारी ली। इसी के साथ मंगलवार को श्रीलंका पुलिस ने एक और अलर्ट जारी कर दिया है। श्रीलंका पुलिस के मुताबिक जेहादी कोलंबो में एक बार फिर हमला करने के फिराक में हैं। श्रीलंका पुलिस ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से मिली खुफिया जानकारी के बाद यह अलर्ट जारी किया है। इन धमाकों में अब तक कम से कम 321 लोगों की मौत हो गई है, जबक‍ि 500 से ज्‍यादा लोग घायल हैं। अब तक 13 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सरकार ने कहा है कि ज़्यादातर धमाके आत्मघाती थे। मरने वालों में भारतीय और पाकिस्तानी समेत कुल 35 विदेशी नागरिक भी हैं। श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में मारे गये 33 विदेशी नागरिकों में सबसे अधिक 10 लोग भारत से हैं। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बयान में कहा कि हमले में मारे गये विदेशी नागरिकों में भारत के 10, ब्रिटेन के सात, चीन, सउदी अरब और तुर्की के दो-दो तथा फ्रांस, जापान, बांग्लादेश, नीदरलैंड और स्पेन के एक-एक नागरिक शामिल हैं। इनके अलावा दो लोग अमेरिका और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता वाले तथा आस्ट्रेलिया और श्रीलंका की दोहरी नागरिकता वाले दो लोग भी शामिल हैं।

बता दें कि 7 आत्मघाती हमलावरों ने इन हमलों को अंजाम दिया था। इस द्वीपीय राष्ट्र में अभी तक के ये सबसे घातक हमले थे। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक बैठक के दौरान सोमवार आधी रात से आपातकाल लगाने का निर्णय भी लिया गया था। इससे पहले बताया गया कि न्यूजीलैंड के शहर क्राइस्टचर्च में मुस्लिमों पर हुए हमले का बदला लेने के लिए श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में धमाके किए गए हैं। यह बात शुरुआती जांच में सामने आई थी। इस बात की जानकारी श्रीलंका के उप रक्षामंत्री ने दी थी। उन्होंने कहा था, जो भी श्रीलंका में हुआ उसके पीछे क्राइस्टचर्च में मुस्लिम पर हुआ हमला है'। श्रीलंका सरकार ने कहा है कि ईस्टर के मौके पर रविवार को देश में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की वजह से हुई विनाश की घटना कल्पना से परे थी और खुफिया जानकारी पहले मिल जाने के बावजूद देश में बड़ी संख्या में मौजूद गिरजाघरों को सुरक्षा प्रदान करना तकरीबन ‘असंभव' था। देश के रक्षा मंत्री हेमासिरी फर्नांडो ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया से यह बात कही। फर्नांडो ने कहा कि, ‘‘इन हमलों की जानकारी पहले मिल जाने के बाद भी गत रविवार को इतनी अधिक संख्या में मौजूद चर्चों को सुरक्षा प्रदान करना असंभव था।'' उन्होंने संडे टाइम्स से कहा कि सरकार ने कल्पना नहीं की थी कि इतने बड़े पैमाने पर हमले को अंजाम दिया जायेगा। फर्नांडो ने कहा कि देश की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को पहले ही सूचित कर दिया था कि देश में एक छोटा लेकिन ताकतवर आपराधिक समूह सक्रिय है।