जयपुर : तीसरी लहर की आशंका के बीच धीमे वैक्सीनेशन ने बढ़ाई चिंता, 18+ की 16% आबादी को ही लग पाई दोनों डोज

कोरोना की दूसरी लहर के कम होने के बाद वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा हैं ताकि तीसरी लहर को आने से रोका जा सकें। लेकिन तीसरी लहर की आशंका के बीच धीमे वैक्सीनेशन ने चिंता बढ़ाने का काम किया हैं। जिले में वैक्सीनेशन के आंकड़ाें की बात करें ताे छह महीने में केवल 12% लाेगाें काे ही वैक्सीन की दाेनाें डाेज लगी है। जिले में जून में मुकाबले जुलाई के आखिरी में आधी डाेज भी नहीं लग रही। 19-25 जून के बीच एक हफ्ते 3 लाख डाेज लगी। इसी बीच वैक्सीन की किल्लत हाेने लगी और अब हफ्ते भर का औसत आंकड़ा 1.50 पर ही आ गया।

यदि ऐसा ही चालकता रहा ताे फिर से गंभीर परिणाम भुगतने पड़े सकते है। क्याेंकि काेराेना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन ही 90 फीसदी तक इफेक्टिव है। जिले की आबादी करीब 76 लाख फीसदी है इसमें 18+ की जनसंख्या करीब 52 लाख है। इनमें से केवल 8.80 लाख काे ही वैक्सीन की दाे डाेज लगी है।

अप्रैल में करीब 8.5 लाख लाेगाें ने पहली डाेज ली थी लेकिन समय पर दूसरी डाेज नहीं मिलने के कारण करीब 40 से 50 फीसदी ने दूसरी डाेज नहीं लगवाई। जिले में अब तक 36.41 लाख काे डाेज लगी इनमें से 26.50 लाख ऐसे है, जिन्हें पहली डाेज लग चुकी है। यदि वैक्सीनेशन रफ्तार ऐसे ही सुस्त रही ताे जिले की 18+ की करीब 52 लाख लाेगाें के वैक्सीनेशन करने में 5 साल लग जाएंगे।