मैं गनमैन लेकर बेटे के पीछे भागा, करीब पहुंचा तो हमलावर अंधाधुंध फायरिंग कर रहे थे..., पिता ने बताई कत्ल की पूरी कहानी

रविवार को पंजाब के मानसा में हुई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने इस मामले में सोमवार को लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ भी की है और उसके बैरक की तलाशी भी ली। हालांकि तलाशी के दौरान लॉरेंस के बैरक से पुलिस को कुछ नहीं मिला। उधर, सोमवार को देहरादून के नया गांव चौकी के पास पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से 6 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सभी को हिरासत में लेकर पुलिस पंजाब के लिए रवाना हो गई है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए लोगों में से एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है।

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर के मामले में पुलिस ने हत्या समेत संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इसमें मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने पूरे हालात बयान किए हैं। उन्होंने बताया कि जब वह गनमैन लेकर बेटे के पीछे भागे तो तब तक हमलावर बेटे को घेर चुके थे। उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जा रही थी। फिलहाल केस में किसी का नाम नहीं है। पुलिस ने अज्ञात कातिलों पर ही यह केस दर्ज किया है।

मिल रही थी धमकी

बलकौर सिंह ने कहा 27 साल के बेटे मूसेवाला को गैंगस्टर लगातार धमकी दे रहे थे। उससे फिरौती मांगी जा रही थी। लॉरेंस समेत अन्य गैंगस्टर्स ग्रुप उसे धमका रहे थे। यह देख उसने अपनी निजी फॉर्च्यूनर बुलेट प्रूफ गाड़ी रखी हुई थी। हमारे पास एक थार जीप (PB 65 AN 9713) भी है। पिता बलकौर सिंह ने बताया कि रविवार को गुरप्रीत सिंह और गुरविंदर सिंह घर आए। वह मूसेवाला के साथ बात करते रहे। बात करते-करते ही वो लोग थार जीप लेकर चले गए। बेटा गनमैन साथ लेकर नहीं गया था।

बलकौर सिंह ने कहा कि जब मुझे पता चला तो मैंने तुरंत गनमैन बुलाए। उन्हें साथ में बिठाकर मूसेवाला के पीछे ही गाड़ी लगा ली। जवाहरके गांव पहुंचे तो देखा कि DL 4 CA 3414 नंबर की कोरोला कार मूसेवाला की थार के पीछे जा रही थी, जिसमें चार युवक बैठे हुए थे। हमारी गाड़ी काफी पीछे रह गई थी। जब मूसेवाला की गाड़ी बरनाला की तरफ मुड़ी तो आगे पहले से ही बोलेरो (PB 5 AP 6114) खड़ी थी। उसमें भी 4 युवक सवार थे।

उसके ड्राइवर ने मूसेवाला की थार के आगे अपनी बोलेरो लगा दी। पीछे से कोरोला गाड़ी ने थार को रोक लिया। इसके बाद उन्होंने मूसेवाला पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फिर वे बरनाला की तरफ भाग निकले। जब वह करीब गए तो मूसेवाला और बाकी दोनों गंभीर हालात में थे। उन्हें गोलियां लगी थीं। अस्पताल पहुंचने पर सिद्धू मूसेवाला को मृत घोषित कर दिया गया।