पिछले सप्ताह लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के दौरान सरकार का साथ नहीं देने की वजह से शिवसेना और बीजेपी के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र में पार्टी कार्यकर्ताओं को 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने यानी शिवसेना के बिना लड़ने की तैयारी करने का निर्देश दिया है तो वहीं दूसरी ओर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है।
उन्होंने हिंदुत्व को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज के समय में गायों की रक्षा की जा रही है जबकि महिलाएं असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पीएम मोदी के सपनों के लिए नहीं लड़ रही है। उन्होंने कहा मैं आम लोगों के सपनों के लिए लड़ रहा हूं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के लिए नहीं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास केवल एक ही दोस्त नहीं है। हम जनता के दोस्त हैं। मैं शिकार करूंगा लेकिन किसी और के कंधे से शूट करने की आवश्यकता नहीं है। न ही मुझे शिकार के लिए बंदूक की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि वाह-वाह करने वालों और चाटुकारिता करने वालों को मैं दोस्त नहीं मानता। हम भले ही सरकार के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन देश की जनता के लिए अगर सरकार द्वारा कुछ गलत कदम उठाया जाएगा तो हम पूरी ताकत के साथ उसका विरोध करेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने दूरी बना ली थी, जबकि भाजपा ने सभी सहयोगी पार्टियों को व्हिप जारी कर अविश्ववास प्रस्ताव के दौरान संसद में मौजूद रहने को कहा था। शिवसेना के इस अप्रत्याशित कदम से भाजपा नाराज चल रही है और आगे चलकर यह दोनों पार्टियों में फूट का कारण भी बन सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह रविवार को मुंबई पहुंचे थे और उन्होंने पार्टी नेताओं से 2019 लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी करने को कहा है।