महाराष्ट्र: लॉकडाउन के दौरान स्कूल ने मांगी फीस, जा सकती है मान्यता

कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई के चलते देश में लागू 14 अप्रैल तक के लॉकडाउन (Lockdown) के बाद महाराष्ट्र सरकार ने निजी स्कूलों से फीस न लेने के लिए कहा था लेकिन ठाणे में एक स्कूल में अब भी बच्चों से भीस ली जा रही हैं। इस खबर के मीडिया में आने के बाद से ठाणे की जिला शिक्षा अधिकारी संगीता भागवत ने बताया कि कुछ अभिभावकों ने अलग-अलग स्कूलों के बारे में शिकात दी है कि वो स्कूल फीस से लिए दबाव बना रहे हैं। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पहले ही आदेश दें चुके हैं कि कोई भी निजी स्कूल दो महीने की फीस अभिभावकों से न लें।

देश में 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन के कारण लोगों के पास रहने और खाने के लिए भी परेशानी हो रही है। लोग काम में नहीं जा रहे हैं, जिसके कारण उनकी आय बंद हैं। ऐसे में कमरे का किराया देने और खाने के लिए भी लोगों के पास पैसे नहीं हैं। जो लोग अपने शहर से बाहर हैं उनके घरों की स्थिति और भी खराब हैं। उनके पास खाने जीने के लिए पैसे नहीं है। ऐसे में स्कूल की फीस देना मुश्किल काम है। जिला शिक्षा अधिकारी संगीता भागवत ने कहा कि अगर आगे कोई भी ऐसी शिकायत मिलती है कि कोई स्कबल फीस का दबाव बना रहा है तो उस स्कूल की मान्यता रद्द की जा सकती है। भागवत ने कहा कि स्कूल खुलने के बाद भी इन दो महीने की फीस स्कूल नहीं मांग सकते हैं।

बता दें कि लॉकडाउन के बाद से देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने घोषणा कर रखी हैं कि दो माह की फीस कोई भी निजी स्कूल नहीं ले। अगर कोई भी स्कूल ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी निजी स्कूलों से दो महीने की फीस नहीं लेने के लिए कहा है। वहीं हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात में भी स्कूलों से फीस नहीं लेने के लिए कहा गया है।