दशकों पुराने सऊदी अरब और पाकिस्तान के संबंधों में आई खटास, सेना प्रमुख बाजवा को मिली हालात सुधारने की कमान

पकिस्तान और सऊदी अरब दोनों देशों के संबंध कई दशकों से अच्छे हैं लेकिन अब इन संबंधों में खटास दिखाई देने लगी हैं। इसका पता इस बात से चलता हैं कि सऊदी ने पाकिस्तान को कर्ज और तेल ना देने की बात कही हैं और साथ ही पाकिस्तान को 7482 करोड़ रुपये कर्ज लौटाने को भी कहा। इन संबंधों के बिगड़ने का मुख्य कारण पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान को माना जा रहा हैं। ऐसे में अब पाकिस्तान सरकार द्वारा अपने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को हालात सुधारने की कमान सौंपी गई हैं।

गौरतलब है कि पाकिस्तान कश्मीर को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक बुलाने पर जोर दे रहा है, लेकिन सऊदी अरब इसके लिए तैयार नहीं है। 22 मई को कश्मीर में ओआईसी के सदस्यों से समर्थन जुटाने में पाकिस्तान विफल रहा था। इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि इसका कारण यह है कि हमारे पास कोई एकजुटता नहीं है बल्कि सिर्फ विभाजन है।

महमूद कुरैशी का बयान बना रिश्तों में खटास की वजह

कश्मीर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के एक विवादित बयान के बाद ही दोनों देशों के संबंधों में खटास आनी शुरू हो गई थी। कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ रुख नहीं अपनाने के लिए सऊदी के नेतृत्व वाले ओआईसी को सख्त चेतावनी दी थी कि यदि संगठन इस मामले में आगे नहीं आया तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से उन इस्लामिक देशों की बैठक बुलाने के लिए मजबूर हो जाऊंगा जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं। कुरैशी ने कहा था कि जैसे पाकिस्तान ने सऊदी के अनुरोध के बाद स्वयं को कुआलालंपुर शिखर सम्मेलन से अलग किया, वैसे ही अब रियाद को इस मुद्दे पर नेतृत्व दिखाना चाहिए।