सऊदी अरब : आतंकवाद फैलाने के मामले में 37 लोगों को मिली सज़ा, किया सिर कलम, मचा कोहराम

आतंकवाद फैलाने का आरोप लगने के बाद सऊदी अरब में 37 लोगों का सिर कलम कर मौत के घाट उतार दिया गया। सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार यह सजा रियाद, मक्का और मदीना, कासिम प्रांत और पूर्वी प्रांत में दी गई। बताया जा रहा है कि यह सभी सऊदी अरब के ही नागरिक थे। सऊदी अरब के सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इन सभी लोगों पर आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा लेने या सऊदी अरब में आतंक को प्रश्रय देने वाली गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। इस संबंध में आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने एक बयान भा जारी किया है।

इससे कुछ ही दिन पहले पंजाब के दो लोगों को भी सिर कलम कर मौत की सजा दी गई थी। इनकी पहचान होशियारपुर के सतविंदर कुमार और लुधियाना के हरजीत सिंह के तौर पर हुई थी। इन दोनों का ही 28 फरवरी को सिर कलम कर दिया गया था।

दरहसल, सऊदी अरब में तलवार से सिर काट कर मौत की सजा का प्रावधान है। सऊदी में यह भी प्रावधान है कि जिन लोगों का सर कलम किया जाता है उनके शव उनके परिजनों को नहीं सौंपे जाते हैं। दुनिया भर के मानवाधिकारवादी संगठन सऊदी अरबके सजा-ए-मौत के इस तरीके पर सवाल उठाते रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र भी सऊदी अरब को मानवाधिकार हनन के लिए काली सूची में डाल चुका है।

गौरतलब है कि सऊदी अरब में प्रदर्शन करना या फिर राजनीतिक पार्टियों का गठन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। हालांकि मोहम्मद बिन सलमान ने प्रिंस बनने के बाद कुछ सामाजिक बदलाव जरूर किए थे। इसके बावजूद पिछले कुछ सालों में कई प्रदर्शनकारी, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सजा मिल चुकी है। वहीं यहां पर शिट्टे कार्यकर्ताओं को भी मौत की सजा दी गई थी। उन पर राजनीतिक आरोप लगाए गए थे।