संबित पात्रा में Covid 19 के लक्षण, अब तक इन नेताओं को हुआ कोरोना, एक की मौत

भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा को कोरोना के लक्षण के कारण गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, पात्रा को मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital Gurugram) में भर्ती किया गया है। संबित पात्रा (Sambit Patra) न्यूज़ चैनलों में आने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक लोकप्रिय चेहरा हैं। बीजेपी में शामिल हो चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संबित पात्रा के लिए ट्वीट भी कर दिया है। उन्होंने उनके जल्द ठीक होने की कामना की। दिल्ली बीजेपी के नेता तेजिंदर पाल बग्गा ने भी संबित पात्रा के जल्द ठीक होने की कामना करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि जल्दी ठीक हों संबित भाई।

पात्रा से पहले भी कुछ बड़े नेताओं को कोरोना हो चुका है। आइए देखते हैं कौन-कौन भारतीय नेता इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण सोमवार को कोरोना संक्रमित पाए गए. उन्हें तुरंत एक ऐम्बुलेंस के जरिए नांदेड़ से मुंबई भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

कांग्रेस नेता संजय झा

कांग्रेस की एक अन्य नेता संजय झा भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। उन्होंने खुद 22 मार्च को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मेरा कोविड 19 का टेस्ट पॉजिटिव आया है। मुझमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, इसलिए मैं घर पर ही 10-12 दिन के लिए क्वारंटाइन हूं। कृपया इसके फैलने को हल्के में न लें, यह किसी को भी हो सकता है।

महाराष्ट्र के आवास विकास मंत्री जितेंद्र आव्हाड

महाराष्ट्र के आवास विकास मंत्री जितेंद्र आव्हाड बीते दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये थे, लेकिन अब वह पूरी तरह स्‍वस्‍थ हो चुके हैं। मंत्री आव्हाड ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लिए मैं अपने लापरवाह व्‍यवहार को दोषी मानता हूं। इस महीने की शुरुआत में मैं अस्‍पताल में था। मुझे 22 अप्रैल से 10 मई तक आइसीयू में रखा गया था, हालत बेहद गंभीर होने के कारण दो दिन वेंटिलेटर पर भी रहा था।

एक कांग्रेस पार्षद जिनकी मौत हो गई

अप्रैल महीने में अहमदाबाद नगर निगम में कांग्रेस के पार्षद बदरुद्दीन शेख की कोरोना से मौत हो गई। संक्रमण के बाद उन्हें एसवीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह करीब 8 दिन तक जिंदगी के लिए संघर्ष करते रहे लेकिन इस घातक वायरस ने आखिरकार उनके जीवन की डोर को काट दिया।