सबरीमला : मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश को लेकर तेज हुए विरोध प्रदर्शन, आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान

बुधवार को केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में 45 साल की उम्र की दो महिलाओं की एंट्री हुई है और ऐसा मंदिर के इतिहास में पहली बार हुआ है। मंदिर में महिलाओं के प्रवेश करने पर राज्य में अब विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए हैं। विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने गुरुवार यानि आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस नीत यनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने राज्य में 'ब्लैक डे' मनाने का निर्णय लिया है। बुधवार को बीजेपी और सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में विभिन्न हिन्दूवादी संगठनों के मुख्य समूह ‘सबरीमला कर्म समिति’के एक 55 वर्षीय कार्यकर्ता घायल हो गया था जिसे गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस फिलहाल इसकी जांच कर रही है।

हालाकि, केरल में बार-बार के बंद से परेशान कुछ कारोबारी संगठनों ने बंद का आह्वान न मानने तथा अपने प्रतिष्ठानों को खुला रखने का फैसला किया है।

दरअसल बुधवार तड़के काले रंग के परिधान पहने 45 साल से कम उम्र की दो महिलाओं, कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) ने हिन्दूवादी संगठनों की तमाम धमकियों की परवाह न करते हुए भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा तोड़ दीं थी। महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर आग की तरह फैल गई और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए और कई जगह हिंसक प्रदर्शन किया था। राज्य सचिवालय करीब पांच घंटे तक संघर्ष स्थल में तब्दील हो गया और सत्तारूढ माकपा तथा भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और उन्होंने एक दूसरे पर पत्थर फेंके। पुलिस को हालात पर काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।