प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi ने दुनिया की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी Staute Of Unity' को देश को समर्पित कर दिया है। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल Sardar Vallabhbhai Patel की इस प्रतिमा का अनावरण उनकी 143वीं जयंती पर किया गया। प्रतिमा के अनावरण के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को कहा कि सरदार पटेल की स्मृति में प्रतिमा बनना भारतीयों के लिए गौरव की बात है और इस विषय पर राजनीति से उपर उठकर राष्ट्रहित में सबको साथ आना चाहिए । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ। मनमोहन वैद्य ने अपने बयान में कहा कि भारत को एक करने में सरदार पटेल की बहुत अहम भूमिका रही है और इसलिए उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण है।
वैद्य ने कहा, ‘उनकी स्मृति में वहाँ प्रतिमा बनना सारे भारतीयों के लिए गौरव की बात है। आज हम उनकी स्मृति को अभिवादन करते हैं। इस विषय को लेकर राजनीति न करें। कभी-कभी राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में सबको साथ आना चाहिए।’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा था कि सरदार वल्लभभाई पटेल को ‘असली श्रद्धांजलि’ यह होगी कि आरएसएस पर पाबंदी के उनके आदेश को गुजरात में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास लगा दिया जाए। इसमें आरएसएस पर पाबंदी लगाने का उनका आदेश तथा पटेल और गुरू गोलवलकर के बीच हुआ पत्राचार उत्कीर्ण हो।
'पटेल प्रधानमंत्री होते तो, पाक के पास नहीं होता कश्मीर का एक-तिहाई हिस्सा' : शिवराज सिंहसरदार पटेल की जयंती पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को कभी सम्मान नहीं दिया। जिसने इस देश को एक सूत्र में पिरोया, कांग्रेस उसे ही भूल गई। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने आज सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा को राष्ट्र को समर्पित किया। यह पटेल को दी गई सच्ची श्रद्धांजलि है।
सीएम चौहान ने कहा कि अगर उस समय सरदार पटेल न होते तो, देश को एक सूत्र में नहीं पिरोया जा सकता था। अगर कश्मीर जवाहरलाल नेहरू की जगह सरदार पटेल के हाथ में होता तो, पाकिस्तान के पास इसका एक-तिहाई हिस्सा नहीं होता। यह भारत का दुर्भाग्य है कि सरदार पटेल इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बने। कांग्रेस ने पटेल के साथ क्या किया है, उसे दोबारा कहने की जरुरत नहीं है।