पेटीएम पेमेंट बैंक ने नए यूजर्स को जोड़ना बंद कर दिया है। इसकी वजह ग्राहक जोड़ने की प्रक्रिया में खामी बताई जा रही है। आरबीआई ने कंपनी के ग्राहक जोड़ने की प्रक्रिया का ऑडिट शुरू किया है। केंद्रीय बैंक ने पेटीएम से भी इस मामले में जवाब-तलब किया है।
केवाईसी में हो रही थी गड़बड़ीआरबीआई को अपनी जांच में पेटीएम द्वारा जोड़े गए नए ग्राहकों की केवाईसी में गड़बड़ी पकड़ी थी। ऑडिट करने के बाद आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक को 20 जून से नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगा दी थी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दिया था इस्तीफाहाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से रेनू सत्ती ने इस्तीफा दे दिया था। आरबीआई का निर्देश है कि कोई बैंकर ही पेटीएम बैंक का हेड हो सकता है।
रेनू ने पिछले साल ही पेमेंट्स बैंक के सीईअे का पद संभाला था। गौरतलब है कि पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस जॉइंन करने से पहले रेनू सेट्ठी ने मदर डेयरी और मैनपावर सर्विस की ह्यूमन रिसोर्स एक्जिक्यूटिव थीं। हालांकि पेटीएम के एक कर्मचारी ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया कि इस ग्राउंड पर रेनू सेट्ठी को उनके पद से हटाया गया। कर्मचारी का कहना है कि उन्होंने मई 2017 में इस पोस्ट पर जॉइन किया था और आरबीआई ने ही इसकी परमिशन दी थी।
हालांकि नियमों के मुताबिक केवल एक बैंकर ही पेमेंट बैंकों का सीईओ बन सकता है। लेकिन यहीं पर पेटीएम के स्वामित्व वाली कंपनी से चूक हो गई। रेनू सत्ती इससे पहले मदर डेयरी और मैनपावर सर्विस के मानव संसाधन विभाग की कर्मचारी रही थीं।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि आरबीआई की वजह से पेटीएम बैंक ने नए कस्टमर का इनरोलमेंट रोका है या कोई और वजह है। कंपनी को पेटीएम पेमेंट बैंक को पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस के अलग करने को कहा गया है। इसका उद्देश्य ग्राहकों का आर्थिक डाटा को सही तरीके से प्रोटेक्ट करना और उसे स्टोर करना है।