फेस्टिवल सीजन से पहले जनता को झटका, RBI ने फिर बढ़ाया रेपो रेट, EMI होगी महंगी

देश में खुदरा महंगाई दर लगतार आठवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तय लक्ष्य सीमा से ऊपर बनी हुई है। बीते दिनों जारी किए गए खुदरा महंगाई के आंकड़ों को देखें तो अगस्त में यह एक बार फिर से 7% पर पहुंच गई है। इससे पहले जुलाई महीने में खुदरा महंगाई में कमी दर्ज की गई थी और यह 6.71% पर आ गई थी। लगातार बढ़ती महंगाई के कारण रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बार फिर से रेपो रेट (RBI Repo Rate Hike) बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी और उन्होंने रेपो रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा की है। इस तरह रेपो रेट में 0.50% की बढ़ोतरी हुई है। बीते महीने 5 अगस्त को भी RBI ने रेपो रेट में 0.50% का इजाफा किया था। अब रेपो रेट बढ़कर 5.90% हो गई है। इससे पहले यह 5.40% पर था।

शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के झटके के बाद एक और तूफान वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक मौद्रिक नीतियों से उत्पन्न हुआ है।

महंगा हो जाएगा लोन

रिजर्व बैंक के इस फैसले से बैंकों द्वारा दिया जाने वाला कर्ज और महंगा हो जाएगा। दरअसल, बैंक के कई लोन सीधे रेपो रेट से जुड़े होते हैं। इसलिए रेपो रेट में होने वाला कोई भी बदलाव आम ग्राहक तक पहुंचता है। बार से नीतिगत दरों में वृद्धि के कारण होम लोन की दरें अब 8 फीसदी को पार कर जाएगी। ऐसे में लोगों के लिए घर खरीदना महंगा हो जाएगा। दरअसल, रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई (RBI) बैंकों को कर्ज देता है।