तस्वीरों में देखें कितना भव्य होगा अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर

अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन का कार्यक्रम कल यानि पांच अगस्त को होने वाला है। राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। अयोध्या उत्सव के लिए गेरुआ ओढ़े तैयार हो चुकी है। लड्‌डू बन गए हैं, जो घर-घर बांटे जाएंगे। मंदिरों में रौनक आम दिनों से कुछ ज्यादा है। मंदिरों से आती मंजीरों और रामधुन की आवाजें थमने का नाम नहीं ले रहीं। अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल बना दिया गया है। कोरोना की वजह से लोग कार्यक्रम देखने नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन वे घर के बाहर रंगोली और छत पर केसरिया झंडा लगाकर लोग खुद की मौजूदगी दर्ज कराने में पीछे नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। इसका पूजन कार्यक्रम सोमवार से शुरू हो चुका है। 21 वैदिक आचार्यों ने सोमवार सुबह 9 बजे यजमान महेश भरतचक्रा को संकल्प दिलाते हुए पूजन किया। आज रामार्चा पूजा हो रही है, जिसे डॉ रामानंद दास करा रहे हैं। प्रधानमंत्री के भूमिपूजन के दिन अयोध्या, मथुरा, काशी, दिल्ली के आचार्य पूजन कराएंगे।

आर्किटेक्ट प्रॉजेक्ट के अनुसार मंदिर को बनकर तैयार होने में तीन से साढ़े तीन साल का समय लगेगा। मंदिर तीन मंजिला होगा और यह वास्तुशास्त्र के हिसाब से बनाया जाएगा। 5 अगस्त को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखेंगे तब उसके साथ ही रामजन्मभूमि के सैकड़ों साल का इंतजार खत्म हो जाएगा।

बता दे, 1989 में प्रस्तावित मंदिर के मॉडल में बदलाव कर इसे और भव्य बना दिया गया है। पहले मंदिर के मुख्य शिखर की ऊंचाई 128 फीट थी। अब यह 161 फीट होगी। तीन की जगह पांचों गुंबदों के नीचे के हिस्से में चार हिस्से होंगे और एक मुख्य शिखर होगा।

राम मंदिर का नक्शा तैयार करने वाले चीफ आर्किटेक्ट सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा का कहना है कि कुल भूमि 67 एकड़ है। लेकिन, मंदिर 2 एकड़ में ही बनेगा। बाकी 65 एकड़ की जमीन पर राम मंदिर परिसर का विस्तार किया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि यह देश का सबसे भव्य मंदिर होगा।

राम मंदिर निर्माण में राजस्थान के बंसी पहाड़पुर का पत्थर लगेगा। बंशी पहाड़पुर इलाके का पत्थर अपनी मजबूती और सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इसकी खासियत को देखते हुए ही
देश के बड़े-बड़े मंदिरों और भवनों में इन पत्थरों को लगया गया है। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने के लिए इन पत्थरों को खासतौर पर मंगाया गया है।

राम मंदिर निर्माण के लिए लगभग चार लाख घन फीट पत्थर का उपयोग होगा। इसमें से लगभग 2.75 लाख घन फीट पत्थर भरतपुर के बंसी पहाड़पुर का सैंड स्टोन का होगा। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर मंदिर के लिए नींव की खुदाई होगी। यह 20 से 25 फीट गहरी हो सकती है। प्लैटफॉर्म कितना ऊंचा होगा इस पर निर्णय राम मंदिर ट्रस्ट करेगा। अभी 12 फीट से 14 फीट तक की ऊंचाई की बात चल रही है।

अयोध्या में मेहमानों का आना शुरू

बाबा रामदेव, स्वामी अवधेशानंद, चिदानंद मुनि, सुधीर दहिया, राजू स्वामी एक हेलीकॉप्टर से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। ब्रह्मानंद स्वामी, सुरेश पटेल व रितेश डांडिया दूसरे हेलीकॉप्टर से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। कल राम मंदिर भूमि पूजन में होंगे शामिल।