मंदिर निर्माण में योगदान दें मुस्लिमः बाबा रामदेव

अयोध्या में दशकों से चला आ रहा राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर आज शनिवार को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया है। अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि विवादित जमीन पर रामलला का दावा मान्य है। इस जमीन पर मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करने के लिए केंद्र सरकार को तीन महीने में ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया गया है। केंद्र सरकार ही ट्रस्ट के सदस्यों का नाम निर्धारित करेगी। इसके साथ ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन देने का आदेश दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बाबा रामदेव ने खुशी जताते हुए कहा है कि, अब राम का वनवास खत्म हुआ। अब अयोध्या में बनेगा राम मंदिर। इस वक्त हमें अराजक तत्वों से सावधान रहने की जरूरत। बाबा रामदेव ने कहा कि यह बहुत बड़ा ऐतिहासिक न्याय है। देश आस्था नहीं संविधान से चलता है जो आज चरितार्थ हुआ। फैसले में मुस्लिम पक्ष का सम्मान रखा गया और उन्हें मस्जिद के लिए जगह दी गई। इससे ज्यादा सौहार्द वाली बात नहीं हो सकती थी। सारी दुनिया जानती है कि राम अयोध्या में पैदा हुए। जब राम का जन्म अयोध्या में हुआ तो मंदिर का निर्माण वहां होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में मुस्लिम समाज के लोग भी अपना योगदान करें। जो दुनिया में अनोखा मिसाल पेश करेंगे।