राजस्थान चुनाव परिणाम (rajasthan elections result) के बाद अब कांग्रेस (Congress) पार्टी के सामने मुख्यमंत्री चुनने की चुनौती है। जिसको लेकर आज (13 दिसंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है। इन सभी नेताओं के साथ आज राहुल बैठक करेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री पद के दोनों दावेदार नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) हिस्सा नहीं लेंगे। इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री का नाम तय होना माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी यह निर्णय अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर करना चाहती है। वह युवा चेहरे के साथ-साथ अनुभव को भी अहमीयत देने की फिराक में है। राहुल गांधी ने चुनाव परिणाम आने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री कौन होगा यह पार्टी के लिए कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। यह काम बड़ी आसानी से हो जाएगा।
बैठक में ये नेता होंगे शामिलदिल्ली में राहुल गांधी के साथ आज होने वाली बैठक में कांग्रेस के पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय, सह-प्रभारी काजी निजामुद्दीन, दिनेश यादव, तरुण कुमार और विवेक बंसल मौजूद रहेंगे। इसमें पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल कांग्रेस आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर ही मुख्यमंत्री का नाम तय हो सकता है। कांग्रेस के नेता ने बताया, 'यह सच है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर गतिरोध है। राहुल गांधी गुरुवार को बैठक कर रहे हैं। इसमें राहुल जी को नवनिर्वाचित विधायकों की राय से अवगत कराया जाएगा। इसी बैठक में मुख्यमंत्री को लेकर फैसला होने की प्रबल संभावना है।' इस बीच, ऐसी खबरें हैं कि पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहे वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और चारों सह-प्रभारी सचिव बुधवार देर रात दिल्ली पहुंच गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लेंगे फैसलाबता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए जयपुर में कांग्रेस के विधायक दल के बैठक हुई थी। इसमें अशोक गहलोत और सचिन पायलट समेत कांग्रेस के सभी विधायक मौजूद थे। इस बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया था। इसमें तय हुआ था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस आलाकमान करे। विधायकों ने यह फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया था।
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में शामिल सचिन पायलट और अशोक गहलोत के समर्थक अपने-अपने नेताओं को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। ऐसी ही मांगें बुधवार को जयपुर में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भी देखने को मिली थीं। वहां दोनों के समर्थकों ने पायलट और गहलोत के समर्थन में जमकर नारेबाजी की थी।
बसपा और रालोद का मिला समर्थनजयपुर में कांग्रेस नेताओं ने बुधवार शाम राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलकर सरकार बनाने का औपचारिक दावा पेश किया। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक भी हुई जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम का फैसला करने का अधिकार दिया गया। राज्य विधानसभा चुनाव में 200 सदस्यीय विधानसभा में से 199 सीटों पर हुए चुनावों में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। जबकि बीजेपी को 73 और बसपा को 6 सीटें मिली हैं। वहीं अन्य को 21 सीटें मिली हैं। हालांकि कांग्रेस को राजस्थान में सरकार बनाने के लिए 1 सीट और चाहिए। इस पर बसपा और रालोद ने कांग्रेस को समर्थन की घोषणा की है।