जयपुर : अधिकारी की अलमारी से मिले इतने रूपये की मंगवानी पड़ी नोट गिनने की मशीन

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार को रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज के टेक्निकल असिस्टेंट सीताराम वर्मा के जयपुर स्थित घर की जब तलाशी ली। इस तलाशी में लाखों रुपये की नगदी देख टीम के होश उड़ गए। यहां एसीबी को 48 लाख रुपए नकद मिले हैं। वर्मा ने यह रकम घर में एक अलमारी के बेस में गोपनीय तरीके से बने लॉकर में छिपा रखी थी। इस रकम को एसीबी ने सीज कर दिया है। इन नोटों को गिनने के लिए एसीबी को मशीन मंगवानी पड़ी।

दरअसल, गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुये गुरुवार को एक्सईएन दान सिंह और तकनीकी सहायक सीताराम वर्मा को ट्रैप किया था। दोनों अफसरों ने यह रिश्वत बीकानेर के नोखा में पेट्रोल पंप को एनओसी देने की एवज में मांगी थी। ये दोनों आरोपी अधिकारी मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज से संबंधित हैं।

एसीबी ने इस मामले में गिरफ्तार तकनीकी सहायक अधिकारी सीताराम वर्मा के जब जयपुर स्थित घर की तलाशी ली तो उनके पास से बड़ी मात्रा में नगदी और संपत्ति के कागजात मिले हैं। एसीबी को सीताराम वर्मा के आवास से कुल 47,77,250 रुपए कैश मिले हैं। एसीबी ने इनमें से 47,37,900 रुपयों को जब्त कर लिया है। एसीबी के एडीजी एमएन दिनेश ने बताया कि सीताराम का जयपुर में 4 मंजिला मकान है। उसका बगल में ही एक और मकान बन रहा है। सर्चिंग के दौरान वर्मा के घर से एसीबी को तीन लग्जरी कारें भी मिली हैं। उनका रजिस्ट्रेशन नंबर चेक किया जा रहा है। इसके अलावा कई प्लाट के दस्तावेज और कई बैंक अकाउंट होने की भी जानकारी सामने आई है। एसीबी को सीताराम वर्मा के घर से एक लॉकर की चाबी मिली है। इस लॉकर को भी एसीबी खुलवाएगी। माना जा रहा है कि लॉकर में भी गहने और नकद बरामद होगी। एसीबी के अनुसार वर्मा ने यह नगदी घर की एक अलमारी के छिपा रखी थी। इतनी बड़ी तादाद में कैश मिलने पर एसीबी को नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी।

सीताराम को यह आय कहां से अर्जित हुई। इस संबंध में सीताराम वर्मा और उनका परिवार कोई ठोस जवाब नहीं दे सका। एडीजी दिनेश ने बताया कि सीताराम वर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति दर्ज का केस दर्ज किया जाएगा।