अजमेर : पिता की मौत के बाद बेटी ने ओढ़ी सभी जिम्मेदारियां, समाज के सामने बेटा-बेटी एक समान का दिया संदेश

अजमेर जिले के ब्यावर कस्बे में एक नई सामाजिक चेतना देखने को मिली है। यहां पिता की मौत के बाद उनके कोई पुत्र नहीं होने पर परिवार की सबसे बड़ी बेटी ने ही पगड़ी बंधवाकर इस बात का संदेश दिया है कि बेटा और बेटी एक समान है। बेटियां भी किसी मामले में कम नहीं है। वे भी बेटों का फर्ज निभा सकती हैं।

ब्यावर के प्रताप नगर इलाके में रहने वाले 68 वर्षीय ओमप्रकाश के कोई पुत्र नहीं है। उनके 4 बेटियां हैं। पिछले दिनों ओमप्रकाश की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार से लेकर सभी धार्मिक क्रियायें बेटियों ने ही मिलकर पूरी की। बुधवार को सबसे बड़ी बेटी सीमा ने पाग (पगड़ी) बंधवाने की रस्म अदा कर अपने पिता की जिम्मेदारियों को अपने सिर लिया। सीमा के खुद के भी कोई बेटा नहीं है। सीमा के भी 3 बेटियां हैं। सीमा ने इस नई पहल के साथ बेटियों के प्रति समाज के नजरिये में बदलाव की अभिनव पहल की है। सीमा के इस प्रयास का कस्बेवासियों ने भी स्वागत किया और एक स्वर में बोला की बेटियां बेटों से कम नहीं।