रायपुर एयरपोर्ट पर पांच साल से खड़ा है बांग्लादेशी कंपनी का प्लेन, पार्किंग चार्ज हुआ 1.5 करोड़ रुपये

रायपुर एयरपोर्ट पर बांग्लादेशी फ्लाइट की 2015 में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। विमान में सवार सभी 173 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया था। उसके बाद से यह विमान रायपुर एयरपोर्ट पर ही खड़ा है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। 8 विमान की पार्किंग क्षमता वाले रायपुर एयरपोर्ट पर बंग्लादेशी प्लेन ने जगह घेर रखा है। एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से बार-बार बांग्लादेशी कंपनी को मेल किए गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता था। अब जवाब मिला है तो एयरपोर्ट प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। दरअसल, 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे इस विमान का इंजन फेल हो गया था। इसमें 173 यात्री सवार थे। राजधानी रायपुर से करीब 90 किलोमीटर दूर बेमेतरा में एक हिस्सा आग लगने की वजह से टूटकर खेत में गिर गया था। उसके बाद पायलट ने एटीसी से संपर्क कर इमरजेंसी लैडिंग की इजाजत मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद रायपुर एयरपोर्ट पर इसकी लैंडिग हुई थी। यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। उस वक्त विमान कंपनी के लोगों ने कहा था कि हम जल्द ही इसे वापस ले जाएंगे। यह विमान बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज का एमडी-83 है। अभी रायपुर एयरपोर्ट के एप्रेन एरिया में विमान खड़ा है।

स्वामी विवेकानंद विमानतल के निदेशक राकेश सहाय ने बताया कि अब तक बांग्लादेशी एविएशन कंपनी ने विमान ले जाने में रुचि नहीं दिखाई। इस संबंध में कंपनी को पचास से अधिक बार पत्र लिखा जा चुका है और ई-मेल किया जा चुका है। साथ ही विमानन कंपनी द्वारा किराया भी नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि पिछले दिनों इस बांग्लादेशी विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को पत्र लिखा है कि वह जल्द ही इस विमान को बेचकर एयरपोर्ट का किराया भुगतान करेगी। इस जानकारी के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी कानूनी सलाह ले रही है और उसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी।

डेढ़ करोड़ से अधिक है किराया


करीब पांच साल से अधिक समय से रायपुर विमानतल में खड़े इस बांग्लादेशी विमान का किराया ही 1.5 करोड़ से अधिक हो गया है। इसे यहां से ले जाने के लिए तो कोई प्रयास नहीं किया गया। लेकिन दो साल पहले इसे अपने स्थान से थोड़ा खिसकाया गया था।