प्रियंका गांधी को रोकने पर राहुल न कहा - 'सत्ता का मनमाना इस्तेमाल कर रही यूपी सरकार'

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो गई। यूपी में हुए इस खून खराबे ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। सवाल उठते हैं कि आखिर सोनभद्र में क्यों ताबड़तोड़ गोलियां चलीं? क्यों दर्जनों लोगों को लहूलुहान कर दिया गया? ये सब कैसे, कब और क्यों हुआ? पुलिस क्या कर रही थी? योगी सरकार क्या कर रही थी? विधानसभा में जहां विपक्ष योगी सरकार के कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रही हैं तो वही आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने के लिए सोनभद्र जा रही थी। इस दौरान उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इसके विरोध में प्रियंका गांधी मिर्जापुर में ही धरने पर बैठ गई हैं। धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी ने कहा, 'हम बस पीड़ित परिवार से मिलना चाहते हैं। मैं तो यहां तक कहा कि मेरे साथ सिर्फ 4 लोग होंगे। फिर भी प्रशासन हमें वहां जाने नहीं दे रहा है। उन्हें हमें बताना चाहिए कि हमें क्यों रोका जा रहा है। हम यहां शांति से बैठे रहेंगे।' बाद में पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लेने के बाद प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि कहां ले जाया जा रहा है, लेकिन वे जहां ले जाएंगे हम जाने को तैयार हैं। लेकिन झुकेंगे नहीं।' वही अपनी बहन का समर्थन करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने योगी सरकार की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं।

एक ट्वीट करते हुए राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार खुद को बचाने के लिए शक्ति का मनमाना इस्तेमाल कर रही है। यह उत्तर प्रदेश में सरकार की असुरक्षा को दिखाती है। उन्होंने लिखा, 'उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में प्रियंका को गैरकानूनी रूप से रोकना परेशान करने वाली घटना है। जिन 10 आदिवासी किसानों को अपनी जमीन न छोड़ने पर बर्बरता से हत्या कर दी गई, उनके परिवार से न मिलने देने के लिए सत्ता का मनमाना इस्तेमाल उत्तर प्रदेश में सरकार की असुरक्षा को प्रदर्शित करता है।'

बता दें कि मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का काफिला सोनभद्र की ओर जा रहा था। इस दौरान मिर्जापुर जिले के नारायणपुर में कमिश्नर मिर्जापुर के निर्देश पर उनके काफिले को रोक दिया गया था। इसपर प्रियंका गांधी मिर्जापुर की नरायणपुर पुलिस चौकी के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गईं। यहां पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें हिरासत में लिया था।