कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कुछ दिनों के लिए विदेश चले गए हैं। कल शाम ट्वीट कर उन्होंने ये जानकारी दी है। वह अपनी मां और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के रूटीन चेकअप के लिए विदेश गए हैं। राहुल ने ट्विटर पर लिखा है, 'सोनिया जी के सालाना मेडिकल चेकअप के लिए कुछ दिन भारत से बाहर रहूंगा। बीजेपी सोशल मीडिया ट्रोल आर्मी के मेरे दोस्त बहुत ज़्यादा मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है। मैं जल्द वापस लौटूंगा।' उनके इस ट्वीट पर बीजेपी ने भी जवाब दिया है।
बीजेपी ने भी ट्वीट कर ली चुटकी- हम सोनिया के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। कर्नाटक की महिलाएं भी राज्य में कैबिनेट के गठन का इंतजार कर रही हैं ताकि राज्य सरकार उनकी सेवा कर सके।
- क्या आप इस बात को आश्वासन दे सकते हैं कि आपके जाने से कर्नाटक को काम करने वाली सरकार मिल जाएगी'?
- इसके साथ ही आखिरी लाइन में यह भी लिखा है, सभी लोग सोशल मीडिया पर उम्मीद करते हैं कि आप ऐसे ही आप ऐसे ही लोगों का मनोरंजन करते रहेंगे।
कर्नाटक में कैबिनेट गठन को लेकर अभी फंसा है पेच- आपको बता दें कि 23 मई को कर्नाटक में जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद से अभी तक राज्य में कैबिनेट के गठन को लेकर कोई पक्का फैसला नहीं हो पाया है।
- कांग्रेस को उन्होंने डिप्टी सीएम पद और विधानसभा स्पीकर पद दिया है। कांग्रेस का कहना है कि उसके पास सीटें ज्यादा हैं तो उसे महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलने चाहिए। साथ ही सीएम पद को लेकर भी कांग्रेसी जोर बनाए हुए हैं। अभी मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों में बातचीत होना बाकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मिलेंगे कुमारस्वामी - मुख्यमंत्री ने कहा कि बतौर नेता उनकी कुछ मजबूरियां भी हैं। हालांकि, कृषि कर्ज माफी को लेकर उनकी सोच स्पष्ट है।
- भाजपा और किसान नेताओं को लताड़ते हुए कहा कि दबाव बनाने की जरूरत नहीं है। अगर वह कृषि कर्ज माफ नहीं करा पाए तो किसी को उनका इस्तीफा नहीं मांगना पड़ेगा। वह खुद ही पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि लोग एक सप्ताह इंतजार करें। अभी तो मंत्रिमंडल गठन भी नहीं हुआ है।
- कुमारस्वामी ने किसानों से आत्महत्या जैसा घातक कदम नहीं उठाने की अपील की है।
- सरकार सहकारी समितियों ही नहीं सरकारी बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों को भी राहत दिलाने की दिशा में काम करेगी।
- दरअसल, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता बीएस येदियुरप्पा ने चेतावनी दी थी कि अगर कृषि कर्ज माफ नहीं हुआ तो भाजपा 28 मई से राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ देगी। इस पर जदएस नेतृत्व ने कहा था कि उन्हें कोई भी फैसला लेने से पहले कांग्रेस की सहमति लेनी होगी।