राहुल गांधी ने शनिवार को आखिरकार देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला। उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी से यह बागडोर ली। नए पार्टी अध्यक्ष ने अपने पहले भाषण में राहुल ने मोदी और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहाँ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें वापस मध्ययुगीन काल में ले जा रहे हैं।
राहुल ने कहा, "राजनीति जनता के लिए होती है, लेकिन आज राजनीति का इस्तेमाल जनता के लिए नहीं किया जा रहा है। राजनीति का इस्तेमाल लोगों के उत्थान के लिए नहीं बल्कि उन्हें कुचलने के लिए हो रहा है।"
उन्होंने कहा कि देश के कई लोगों का हमारे समय की राजनीति से मोहभंग हो गया है क्योंकि आज राजनीति में करुणा और सच्चाई का अभाव है।
राहुल गांधी ने कहा, "भारत को कांग्रेस 21वीं सदी में लेकर गया, लेकिन आज प्रधानमंत्री इसे मध्ययुगीन काल में वापस ले जा रहे हैं। हम आज यह सोचने के लिए मजबूर हो गए हैं कि व्यवसाय सामंजस्य के बिना खड़े किए जा सकते हैं।"
राहुल ने कहा, "आपके सामने एक उदाहरण है। एक बार अगर आग लग जाए तो बुझाना मुश्किल होता है। हम यही बात भाजपा के लोगों से कह रहे हैं कि अगर देश को आप आग के हवाले कर देते हैं तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। आज भाजपा ने देश भर में हिंसा की आग फैला रखी है।"
बता दे, पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड पर हो रहे समारोह में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन द्वारा निर्वाचन प्रमाणपत्र राहुल को सौंपने के बाद कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रक्रिया पूरी हुई।
राहुल की ताजपोशी समारोह में पिछले 19 सालों तक पार्टी की कमान संभालने वाली उनकी मां सोनिया गांधी (70), बहन प्रियंका वाड्रा, जीजा रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। पार्टी समर्थकों और कार्यकताओं ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर आतिशबाजी कर, मिठाइयां बांटकर और नाचते-गाते हुए खुशी जाहिर की।
राहुल (47) हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों के परिणाम आने से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं।
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता डरे हुए नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा "हम झुकेंगे नहीं। हमारा संघर्ष देश के लिए है और हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे। हम हार नहीं मानेंगे।"
सोनिया ने कहा, "राहुल मेरे बेटे हैं, तो मुझे नहीं लगता कि उनकी तारीफ करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन मैं कहना चाहूंगी कि बचपन से ही उन्हें हिंसा के आघात को सहना पड़ा है। राजनीति में आने के बाद से उन्हें कई निजी हमलों का सामना करना पड़ा है, जिसने उन्हें और मजबूत बनाया है।"
मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी ने देश में भय के माहौल के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली है।