दुश्मनों के दिलों की धड़कन रोकने भारत आ रहा राफेल, काशी के कालभैरव मंदिर में की जा रही विशेष पूजा

फ्रांस से 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके भारत की धरती को आज 5 राफेल फाइटर चूमेंगे। हमारी सरहदों के ये रखवाले अंबाला एयरबेस पर उतरेंगे। एटमी हथियार ले जाने की ताकत रखने वाला ये विमान दुनिया में अकेला ऐसा फाइटर एयरक्राफ्ट है, जो 55 हजार फीट की ऊंचाई से भी दुश्मन को तबाह करने की ताकत रखता है। सबसे अहम बात यह है कि ये काबिलियत हमारे पड़ोसियों पाकिस्तान और चीन दोनों की ही सेना के पास नहीं है। राफेल फाइटर विमान के भारत आगमन को लेकर जहां एक ओर सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं तो वहीं धर्म की नगरी काशी के कालभैरव मंदिर में भी पांचों राफेल विमानों के सकुशल आगमन और सैन्य शक्ति में बढ़ोतरी के लिए विशेष पूजन किया गया। कालभैरव मंदिर दरबार में जुटे पुजारियों ने बकायदा राफेल विमान की तस्वीर को रक्षासूत्र बांधकर मंत्रोचार के बीच रोली-अक्षत लगाकर आरती भी की।

पांच राफेल विमान के बेड़े का आज भारत के सैन्य शक्ति में जुड़ जाने से लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। देश की सैन्य शक्ति ऐसे ही बढ़ती रहे इसी कामना के साथ धर्म की नगरी काशी के कोतवाल और बुरी नजर बाधा से दूर रखने वाले देवता बाबा काल भैरव के दरबार में पांचों राफेल विमान की तस्वीरों के साथ पुजारियों ने विशेष पूजन किया। इस दौरान पुजारियों ने तिरंगे के साथ ही राफेल की तस्वीरों और हाथों में रक्षासूत्र भी लिया था। लॉकडाउन से ही अब तक मंदिर बंद होने के चलते मंदिर के द्वार पर ही पांचों राफेल की तस्वीरों को रखकर रोली-अक्षत लगाया और फिर विशेष आरती भी की।

पूजन के दौरान पुजारी योगी योगेश्वर ने बताया कि बाबा काल भैरव के सानिध्य में भारत आने वाले पांचों राफेल विमान का शक्ति पूजन किया गया। शक्ति पूजन में काल भैरव के साथ ही साथ आकाश भैरव का भी पूजन किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत में राफेल आने का यह मतलब नहीं है कि हम अपने शत्रुओं को डरा रहे हैं, बल्कि हम अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि शत्रुओं को हमारी शक्ति का एहसास हो। योगी योगेश्वर ने बताया कि काशी में 52 प्रकार के भैरव हैं। जिसमें से आकाश भैरव भी एक है और आकाश भैरव की पूजा इसलिए यहां पर जरूरी हो जाती है क्योंकि उनका कार्यक्षेत्र आकाश का है। इसलिए काल भैरव बाबा के दरबार में पांच योगियों द्वारा आकाश भैरव का भी पूजन किया गया है। साथ ही यह भी कामना की है कि भारत की शक्ति यूं ही बढ़ती रहे और शत्रुओं की बुद्धि शुद्ध होती रहे।

उन्होंने बताया कि विशेष पूजन में बाबा काल भैरव के भस्म को राफेल की तस्वीरों पर लगा कर एक रक्षा कवच प्रदान किया गया है। क्योंकि भस्म भगवान शिव का प्रतीक है और काला धागा विष्णु का प्रतीक है और आरती ब्रह्मदेव का प्रतीक है। इसलिए हम सभी ने ब्रह्मा, विष्णु, महेश का आह्वान करते हुए यहां पर पूजन किया है। राफेल विमान की तस्वीर पर बांधे गए काले धागे में लगी 9 गांठें भी सभी नौ ग्रहों की गति को सही रखती हैं।

राफेल के स्वागत की तैयारी

बता दे, हरियाणा के अंबाला शहर में एक हवाई अड्डे पर पांच राफेल विमानों के उतरने से कुछ घंटे पहले स्थानीय प्रशासन ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया। इसमें वायुसेना संपत्ति और राफेल हवाई जहाजों की फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया, साथ ही सुरक्षा को भी बढ़ाया गया। ये निषेधात्मक आदेश पूरे दिन लागू रहेंगे। यहां तक कि मीडियाकर्मियों के लिए राफेल विमान के वीडियो और तस्वीरें लेने को भी वर्जित किया गया है।

दिया जाएगा वाटर सैल्यूट

हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर उतरने के बाद पांच राफेल लड़ाकू विमानों को वाटर सैल्यूट दिया जाएगा। उस समय एयरबेस पर वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया मौजूद रहेंगे। अंबाला एयरबेस पर राफेल विमानों के भव्य स्वागत की तैयारी की गई है।