पंजाब पुलिस ने कसा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के परिवार पर शिकंजा, पिता को कतर जाने से रोका

नई दिल्ली। खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के परिवार पर पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। हालांकि अमृतपाल खुद आसाम की जेल में बंद है। लेकिन उसका परिवार पंजाब में रह रहा है। पंजाब पुलिस परिवार की हर गतिविधि पर निगाह रख रही है। इसी कड़ी के तहत उसके पिता को कतर जाने से रोक दिया गया। तरसेम सिंह को अमृतसर एयरपोर्ट से लौटा दिया गया। वैसे अमृतसर के एसएसपी सतिंदर कुमार का कहना है कि उन्होंने तरसेम सिंह को प्लेन में बैठने से नहीं रोका। उनका कहना है कि गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पुलिस ने ऐसा कोई काम नहीं किया।

रिपोर्ट के मुताबिक अमृतपाल सिंह का परिवार ट्रांसपोर्ट बिजनेस में है। इसी सिलसिले में तरसेम सिंह को कतर की यात्रा करनी थी। खास बात है कि उन्होंने पुलिस और प्रशासन को अरसा पहले अपनी यात्रा के बारे में बता दिया था। लेकिन उसके बाद भी उनको प्लेन में बैठने से रोक दिया गया। इससे पहले पुलिस ने अमृतपाल सिंह की पत्नी किरनदीप कौर को भी यूके जाने वाली फ्लाइट में बैठने से रोक दिया था।

पुलिस की निगाह वारिस पंजाब दे के साथ उसके अपने संगठन पर भी

राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार अमृतपाल सिंह अभी असम की डिब्रगढ़ जेल में बंद है। फिलहाल वारिस पंजाब दे के नए चीफ को लेकर माहौल सरगर्म है। वारिस पंजाब दे की शुरुआत अभिनेता दीप सिद्धू ने की थी। लेकिन बाद में अमृतपाल सिंह खुद इसका चीफ बन गया। हालांकि दीप सिद्धू अमृतपाल को पंसद तक नहीं करते थे।

दीप के भाई मनदीप सिद्धू का कहना है कि 2022 में अमृतपाल विदेश से लौटा तो उसने वारिस पंजाब दे संगठन के कागजात मांगे थे। उसे कागजात देने से मना कर दिया गया था। फिर उसने अपना संगठन बना लिया। उसके बाद हिंसा के बाद वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पंजाब पुलिस वारिस पंजाब दे के साथ अमृतपाल सिंह के नए संगठन पर भी गहरी नजर रख रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस मानती है कि अमृतपाल सिंह चुप बैठने वाला नहीं है। वो कुछ न कुछ हरकत करता रहेगा। तभी उसके परिवार को निशाने पर रखा गया है।