पंजाब में डेंगू का आतंक, सामने आए 5,000 से ज्यादा मामले, 5 की मौत

पंजाब डेंगू के कुल 5,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जबकि पांच मौतें हो चुकी है। हालाकि, पिछले साल के मुकाबले ये संख्या काफी कम है। पिछले साल 23 हजार से अधिक मामले सामने आए थे। पिछले साल पंजाब (23,389 मामलों और 55 मौतों के साथ) देश के सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक था। विशेषज्ञों के अनुसार असली चुनौती नवंबर में होगी जब डेंगू मच्छरों का प्रजनन काल अपने चरम पर होगा। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इन दिनों औसतन हर दिन डेंगू के लगभग 200 नए मामले सामने आ रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक डेंगू के लिए 38 हजार के करीब लोगों का परीक्षण किया गया है और करीब 5 हजार से अधिक मामलों के बीच 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

इस साल सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एसएएस नगर जिला, 1,000 से अधिक मामलों के साथ चार्ट में सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर रूपनगर है। इसके साथ ही पठानकोट और फतेहगढ़ साहिब भी डेंगू की चपेट में हैं। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि नवंबर के मध्य के बाद मामलों में गिरावट शुरू हो जाएगी, जब रात का तापमान लगातार 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा, क्योंकि ठंडा तापमान मच्छरों के प्रजनन के अनुकूल नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैसे तो डेंगू के मामलों की संख्या पिछले साल के मुकाबले बहुत कम है, परन्तु फिर भी डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों में कोई ढील न बरती जाए। उन्होंने सिविल सर्जनों को विशेष डेंगू वॉर्डों के प्रबंध करने, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में फॉगिंग गतिविधियां तेज करने और लार्वा की जांच के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है।