छोटी-सी बात का बतंगड़ बना रही है बीजेपी ,पीएम की जान को कोई खतरा नहीं था: CM चन्नी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक ओर जहां राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस पूरी घटना पर चिंता जाहिर की है, वहीं कैबिनेट की बैठक में सभी पंजाब सरकार के रवैये पर नाराजगी जताई है। इस पूरे मामले में केंद्रीय खेल, युवा कार्यक्रम एवं सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब इस तरह की चूक होती है तो उस पर कठोर कदम उठाया जाना जरूरी हो जाता है। पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी ने गुरुवार को फिर दोहराया कि पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई थी। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार कोई अफवाह न फैलाएं। पंजाब में पीएम की जान को कोई खतरा नहीं था। मैंने पीएम से बात करने का अनुरोध किया है। वे मेरे सम्माननीय हैं और मैं उनकी लंबी उम्र की दुआ करता हूं। पंजाब पुलिस की इसमें कोई गलती नहीं थी। एक छोटी बात का बतगंड़ बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विवाद खड़ा करके बीजेपी की रैली की नाकामी से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।

इंटरव्यू में सीएम चन्नी ने कहा, फिरोजपुर में बीजेपी की रैली को संबोधित करने जा रहे प्रधानमंत्री मोदी को जब पता चला कि 70 हजार में से सिर्फ 700 कुर्सियां ही भर पाई हैं तो उन्होंने लौटना उचित समझा और इस नाकामी को छिपाने के लिए पूरा दोष सुरक्षा व्यवस्था पर मढ़ दिया। इतने बड़े राजनेता को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए थी। दरअसल, बुधवार को बीच रास्ते से बठिंडा एयरपोर्ट लौटे पीएम मोदी ने पंजाब सरकार के अफसरों से कह दिया था, 'अपने सीएम को थैंक्‍स कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया।'

मुख्यमंत्री चन्नी ने पंजाब पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक केंद्रीय एजेंसियों इंटेलीजेंस ब्यूरो और एसपीजी की विफलता है। सीएम ने दावा किया कि आईबी के डायरेक्टर ने भी पीएम के दौरे के पहले सुरक्षा इंतजामों को लेकर अपनी संतुष्टि जाहिर की थी। लेकिन सुबह अचानक 10-12 लोग पास के गांव से आकर सड़क पर बैठ गए थे, जिससे रुकावट आई। उन्होंने बताया कि जिस इलाके में पीएम मोदी को आना था, वो वैसे भी बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए इसमें राज्य की पुलिस का कोई गलती नहीं है।

यहां बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर माह में भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) को भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र के अंदर 50 किमी के क्षेत्र में तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और जब्ती करने का अधिकार दिया था।

इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, हम पीएम का पूरा सम्मान करते हैं और हमें खेद है कि पीएम को वापस जाना पड़ा, लेकिन मैं ये बताना चाहूंगा कि मुझे जानकारी थी कि पीएम आने वाले हैं और पीएम की सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे। मुझे पहले ही गृह मंत्रालय से फोन आया था। मुझे भी सीएम के स्वागत के लिए जाना था, लेकिन मैं कोरोना संक्रमित के संपर्क में आ गया था इसलिए नहीं जा पाया। लेकिन प्रधानमंत्री के स्वागत में हमारे मंत्री मौजूद थे।पीएम को किसी तरह का खतरा नहीं था।

उधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में जो बड़ी चूक पंजाब में हुई, उसके बाद सभी ने अपने- अपने विचार रखे हैं। सुप्रीम कोर्ट और गृहमंत्रालय इसमें अपना काम कर रहा है। जब इस तरह की चूक होती है तो उसपर जो उचित और कठोर कदम है कन्सर्न डिपार्टमेंट द्वारा उठाया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसे घिनौनी राजनीति बताया। उन्‍होंने कहा, कल हमारे प्रधानमंत्री पंजाब गए थे, जहां कांग्रेस की सरकार है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत का प्रधानमंत्री जाता हो और उसकी सुरक्षा में चूक हो जाए। हम भी मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन ऐसी घिनौनी राजनीति हमने जिंदगी में कभी स्वीकार नहीं की।

वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, राजनीतिक विद्वेष इतना कैसा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री की जिंदगी से खेल जाए। मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि राजनीतिक मतभेद ऐसा नहीं होता कि आप विद्वेष की ​अग्नि में जल उठो।