AIIMS के आने से बिलासपुर की मिट्टी बनी सोना, आसमान छू रहे जमीनों के दाम

हिमाचल में बिलासपुर में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की शुरुआत 3 अक्टूबर 2017 को पीएम नरेंद्र मोदी ने नींव रखकर की थी। AIIMS के आने से बिलासपुर की मिट्टी सोना बन चुकी हैं जहां जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि एम्स का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद यहां जमीन की कीमत करोड़ों में हो गई है। एम्स के एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में जमीन की कीमत 48 गुना बढ़ी है। एम्स के एक किलोमीटर के दायरे में ही 25 हजार से बढ़कर जमीन के दाम 12 लाख प्रति बिस्वा हो गए हैं।

बिलासपुर के कोठीपुरा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) 1351 करोड़ की लागत से बन रहा है। इसके साथ ही यहां की जमीन की मार्केट वेल्यू भी बढ़ने लगी। 2008-10 में जो जमीन 25 से 50 हजार प्रति बिस्वा थी। 2021 तक उसी जमीन के दाम 12 लाख रुपये प्रति बिस्वा मिल रहे हैं।

एम्स के डेढ़ किलोमीटर दायरे के बाहर भी 50 हजार बिस्वा मिलने वाली जमीन अब 5 लाख रुपये की मिल रही है। एम्स शुरू होने से पहले इस क्षेत्र की जमीन के लिए कोई मार्केट नहीं थी। लोग जमीन अगर मजबूरी में बेचते भी तो जमीन के 5 लाख प्रति बीघा मिलते थे। अब उसी जमीन की कीमत 2.40 करोड़ प्रति बीघा हो गई है।