'बस सियासत' करने की बजाए प्रियंका गांधी महाराष्ट्र, राजस्थान में मजदूरों की चिंता करें : भाजपा

उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिये कांग्रेस की तरफ से 1000 बसें चलाने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और योगी आदित्यनाथ सरकार के बीच मुद्दा गरमाता जा रहा है। वहीं इस बीच भाजपा ने प्रियंका गांधी वाड्रा की पेशकश को ‘विशुद्ध सियासत’ करार दिया है। भाजपा ने बुधवार को कहा कि प्रियंका गांधी का 1000 बसें देने का दावा उत्तर प्रदेश की जनता के साथ मजाक है और कांग्रेस को जनता इसका जवाब देगी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने अपने बयान में कहा कि प्रियंका केवल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय महासचिव भी है, ऐसे में उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र में भी मजदूरों की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जब राजस्थान और महाराष्ट्र में संकट की स्थिति थी तब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव की हैसियत से इन राज्यों से बसें क्यों नहीं चलवायी?

हुसैन ने आगे कहा कि राजस्थान में मजदूरों के साथ छात्र भी फंसे थे, महाराष्ट्र में भी मजदूर फंसे थे लेकिन वहां बसें नहीं चलवायी गई लेकिन उत्तर प्रदेश में जहां पहले से ही योगी सरकार बसों और ट्रेनों के जरिये मजदूरों, छात्रों को वापस ला रही है, वहां बसों की कांग्रेस महासचिव की पेशकश विशुद्ध सियासत है।

प्रियंका गांधी ने जनता के साथ मजाक करने का साहस किया

भाजपा के एक अन्य प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की जनता के साथ मजाक करने का साहस किया है और उनका 1000 बसों की पेशकश केवल खोखले दावे हैं। राव ने आरोप लगाया कि इन बसों में से 297 बसों के प्रमाणपत्र मियाद पूरी कर चुके हैं जबकि सूची में उद्धृत काफी वाहन असल में बसें हैं ही नहीं। इनमें से कई तिपहिया वाहन है।

उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने राजस्थान की जनता का भी अपमान किया है क्योंकि राजस्थान सरकार की ओर से दी गई बसों को अपने परिवार द्वारा दी गई बसें बतायी गयीं। राजस्थान की जनता इसका भी संज्ञान लेगी। वहीं, शाहनवाज हुसैन ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक 1,000 ट्रेनों के माध्यम से लाखों मजदूरों को अन्य प्रदेशों से प्रदेश में ला चुकी है। 27,000 बसों की मदद से 6।50 लाख मजदूरों उनके घर पहुंचा चुकी है।

उन्होंने कहा कि मजदूरों को वापस लाने के साथ ही योगी सरकार 20 लाख से अधिक मजदूरों को प्रदेश में ही काम देने की व्यवस्था भी कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ही ऐसी पहली सरकार थी जिसने 600 बसों को राजस्थान भेज कर वहां पर फंसे छात्रों को लाने का काम किया था। हुसैन ने बसों की सूची में कई फर्जी गाड़ियों का नंबर देने का भी कांग्रेस पर आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी को इसके लिये माफी मांगनी चाहिए।

प्रियंका बोलीं- भाजपा अपने झंडे पोस्टर लगा ले

गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान, काम बंद हो जाने के कारण अपने अपने गृह राज्य लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की मदद करने को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और उत्तर प्रदेश सरकार को कांग्रेस पार्टी की ओर से मुहैया कराई गयी बसें चलाने की अनुमति देनी चाहिए।

प्रियंका ने यह भी कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर बसों को चलने दिया जाए। भाजपा चाहे तो बसों पर अपने झंडे और पोस्टर भी लगा दे। यह कहना चाहें कि, ये बसें उनकी हैं तो भी करें। लेकिन इन बसों का मजदूरों के हितों में इस्तेमाल होना चाहिए। प्रियंका ने दावा किया है कि, उन्होंने लॉकडाउन के बाद से यूपी के 67 लाख लोगों की मदद की है। इनमें 7 लाख लोग यूपी के बाहर फंसे थे।

प्रियंका ने कहा- हम सबको अब अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी। ये भारत के वो लोग हैं जो भारत की रीढ़ हैं। जिनके खून और पसीने से ये देश चलता है। अपने राजनीतिक स्वार्थ से परहेज कर हर किसी को सकारात्मक भाव से सेवाभाव से लोगों की मदद में शामिल होना चाहिए। आज चार बजे बॉर्डर पर खड़े इन बसों को 24 घंटे हो जाएंगे। अगर आपको इस्तेमाल करनी है तो इस्तेमाल करिए, हमें अनुमति दीजिए। अगर आपको भाजपा के झंडे और स्टीकर लगाने हैं, बेशक लगाइए। अगर आपको कहना है कि आपने उपलब्ध करवाई है तो वो भी कहिए। लेकिन इन बसों को चलने दीजिए।