इकोनॉमी रिकवरी की राह पर, भारत बनेगा निवेश का सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन : PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोनाकाल में पहला इंटरव्यू दिया है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की इकोनॉमी से उम्मीद से ज्यादा तेज गति से पटरी पर लौट रही है। हाल में सुधारों के लिए उठाए गए कदम इसका संकेत हैं कि भारत बाजार की ताकत पर भरोसा करता है। आत्मनिर्भर भारत की घोषणाएं अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं। खासतौर से छोटे व्यवसायों और अनौपचारिक क्षेत्र के लिए। मुझे लगता है कि निवेश और बुनियादी ढांचे पर बड़ा विस्तार रिकवरी और विकास के लिए प्रेरक शक्ति बन जाएगा।'

पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना के बाद आर्थिक स्थिति में गिरावट दर्ज किए जाने को लेकर पीएम ने कहा 'हम आर्थिक सुधार के रास्ते पर हैं। सबसे पहले, कृषि में, जैसा कि मैंने पहले कहा, हमारे किसानों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और हमने एमएसपी के उच्चतम स्तर पर रिकॉर्ड खरीद भी की है। रिकॉर्ड उत्पादन और रिकॉर्ड खरीद के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण आय होगी, जो कि मांग का चक्र होगा।'

पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि पिछले कुछ महीनों में किए गए ये सुधार मैन्युफैक्चरिंग और कृषि दोनों क्षेत्रों में विकास दर और रिटर्न को बढ़ाने में मदद करेंगे। इसके अलावा, यह दुनिया को यह भी संकेत देगा कि यह एक नया भारत है जो बाजारों और बाजार की ताकतों पर विश्वास करता है।'

पीएम मोदी ने कहा 'मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में लगातार सुधार ने भारत को सितंबर में चीन और ब्राजील के बाद प्रमुख उभरते बाजारों में दो पायदान चढ़कर तीसरे स्थान पर लाने में मदद की।'

पीएम मोदी ने कहा 'मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के लिए सुधारों का एक हिस्सा था श्रम सुधार। हमने ऐसा ही किया है। यह अक्सर कहा जाता था कि औपचारिक क्षेत्र में भारत में श्रम से अधिक श्रम कानून थे। श्रम कानूनों ने अक्सर श्रम को छोड़कर सभी की मदद की। समग्र विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक भारत के वर्कफोर्स को औपचारिकता का लाभ नहीं मिलता।'

कृषि कानून पर पीएम मोदी ने कही ये बात

कृषि कानूनों पर पीएम मोदी ने कहा, 'विशेषज्ञ लंबे समय से इन सुधारों की वकालत कर रहे हैं। इतना ही नहीं राजनीतिक दल भी इन सुधारों के नाम पर वोट मांगते रहे हैं। सभी की इच्छा थी कि ये सुधार हो। मुद्दा यह है कि विपक्षी दल यह नहीं चाहते कि हमें इसका श्रेय मिले। हम इन सुधारों का क्रेडिट भी नहीं चाहते हैं।'

पीएम मोदी ने कहा 'एफडीआई फ्लो भारत के निवेशक की देश के रूप में बढ़ती छवि को दर्शाता है। इस वर्ष महामारी के बावजूद हमने अप्रैल-अगस्त के लिए $35.73 बिलियन का एफडीआई मिला। यह पिछले साल की इसी समयावधि की तुलना में 13% अधिक है।'

पीएम मोदी ने कहा 'ट्रैक्टर की बिक्री के साथ-साथ ऑटो बिक्री पिछले साल के स्तर तक पहुंच या पार कर रही है। यह मांग में मजबूत बढ़ोतरी का संकेत देता है।'

नौकरियों के मुद्दे पर पीएम ने कहा, 'ईपीएफओ के नए शुद्ध ग्राहकों के मामले में, अगस्त 2020 के महीने ने जुलाई 2020 की तुलना में एक लाख से अधिक नए ग्राहकों के साथ 34% की छलांग लगाई। इससे पता चलता है कि नौकरियों का बाजार उठा रहा है। इसके अलावा, विदेशी मुद्रा भंडार ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया है। रेलवे माल ढुलाई जैसे आर्थिक सुधार के प्रमुख संकेतकों में 15% से अधिक की वृद्धि हुई और पिछले साल के इसी महीने सितंबर में बिजली की मांग में 4% की वृद्धि हुई।'