स्वतंत्रता दिवस विशेष : भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब के अनमोल विचार

बाबा साहेब अर्थात डॉ. भीमराव अम्बेडकर का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व हैं। क्योंकि अगर ये कहा जाए कि हमारे देश का संविधान इनके परिश्रम की ही देन हैं, तो यह कहना गलत नहीं होगा। बाबा साहेब ने अपना पूरा जीवन दलितों और वंचितों को सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए समर्पित कर दिया था। उनकी कही गई बातें आज भी देश के लोगों को जीवन में कुछ कर-गुजरने का जज्बा देती हैं। आज हम आपको बाबा साहेब की बताई गई उन्हीं प्रेरणादायक बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।

* मनुष्य नश्वर है, उसी तरह विचार भी नश्वर हैं। एक विचार को प्रचार-प्रसार की जरूरत होती है, जैसे कि एक पौधे को पानी की, नहीं तो दोनों मुरझाकर मर जाते हैं।

* पति-पत्नी के बीच का संबंध घनिष्ठ मित्रों के संबंध के समान होना चाहिए।

* जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है, वो आपके किसी काम की नहीं।

* यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए।

* जीवन लंबा होने की बजाए महान होना चाहिए।

* बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वयपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए।

* सागर में मिलकर अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूंद के विपरीत, इंसान जिस समाज में रहता है, वहां अपनी पहचान नहीं खोता।

* गुलाम बन कर जिओगे, तो कुत्ता समझ कर लात मारेगी ये दुनिया। नवाब बन कर जिओगे तो शेर समझ कर सलाम ठोकेगी।

* एक महान आदमी एक आम आदमी से इस तरह से अलग है कि वह समाज का सेवक बनने को तैयार रहता है।

* कानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा जरूर दी जानी चाहिए।