लोगों से मोबाइल की लाइट जलवा कर पीएम मोदी ने दी 'नेताजी' को श्रद्धांजलि, देखे वीडियो

नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा यहां तिरंगा फहराने की 75वीं वर्षगांठ पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंडमान एवं निकोबार पहुंचे। बता दे, अंडमान एवं निकोबार द्वीप पर आजाद हिंद फौज ने 1943 में तिरंगा फहराया था। इस अवसर पर पीएम मोदी ने पोर्ट ब्लेयर के मरीना पार्क में सभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील करी कि वे सभी अपने मोबाइल की फ्लैशलाइट एकसाथ ऑन कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दें। पीएम मोदी के अपील करते ही पूरा मरीना पार्क फ्लैशलाइट की चमक से सराबोर हो गया। इसके साथ ही लोगों ने नेताजी को श्रद्धांजलि देते हुए नारे लगाए।

पीएम मोदी ने कहा कि जब आजादी के नायकों की बात आती है तो, नेताजी का नाम हमें गौरव और नई ऊर्जा से भर देता है। उन्होंने कहा कि नेताजी का ये दृढ़ विश्वास था कि एकराष्ट्र के रूप में अपनी पहचान पर बल देकर मानसिकता को बदला जा सकता है। आज मुझे प्रसन्नता है कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत को लेकर नेताजी की भावनाओं को 130 करोड़ भारतवासी एक करने में जुटे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यहां पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। अगले 20 साल में पानी की समस्या ना पैदा हो, इसके लिए धानीकारी डैम की ऊंचाई बढ़ाई जा रही है।

मरीना पार्क में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अंडमान एवं निकोबार के तीन द्वीपों के नाम बदलने की घोषणा की। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा जाएगा, वही नील द्वीप को अब से शहीद द्वीप और हैवलॉक द्वीप को स्वराज द्वीप के नाम से जाना जाएगा। इस घोषणा के साथ प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट, 'फर्स्ट डे कवर' और 75 रुपये का सिक्का भी जारी किया। साथ ही उन्होंने बोस के नाम पर एक मानद विश्वविद्यालय की स्थापना की भी घोषणा की। इससे पहले पीएम मोदी ने यहां मरीना पार्क का दौरा किया और 150 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया। यहां उन्होंने पार्क में स्थित नेताजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।