लोकसभा में 12 घटे की लंबी और जोरदार बहस के बाद मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव असफल हो गया था। इस बहस में सत्तारूढ़ और विपक्ष दोनों ने ही गर्मजोशी से बहस की। लेकिन उस क्षण सब हैरान रह गए, जब गांधी ने तीखा भाषण देने के बाद प्रधानमंत्री को अचानक गले लगा लिया था। आज यानि शनिवार को उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर में किसान कल्याण रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि देश के कोने-कोने को मोदी पर विश्वास है, लेकिन कुछ दलों को विश्वास नहीं है।
मोदी ने कहा, 'हमने उनके अविश्वास का बार-बार कारण पूछा है, लेकिन वो कारण नहीं बता पाए और गले पड़ गए।' इसके जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह मोदी की नफरत व गुस्से का सामना प्यार और संवेदना से करेंगे। गांधी ने ट्वीट किया, "संसद में कल की बहस का बिंदु था कि प्रधानमंत्री अपने अफसाने बनाने के लिए हमारे कुछ लोगों के दिलों में घृणा, भय और क्रोध का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम यह साबित करने जा रहे हैं कि सभी भारतीयों के दिलों में प्यार और संवेदना ही राष्ट्र निर्माण का तरीका है।" उन्होंने कहा कि नफरत और लिंचिंग नहीं, बल्कि प्यार व सहिष्णुता भारत के लिए रास्ता तैयार करेगा। राहुल गांधी ने अपने 40 मिनट के जोशीले भाषण के अंत में कहा, "मेरे दिल में आपके खिलाफ रत्ती भर नफरत और कठोर भावनाएं नहीं हैं। आप मुझसे नफरत करते हैं। आप मुझे पप्पू कह सकते हैं, आप मुझे गालियां दे सकते हैं। लेकिन मैं आपसे नफरत नहीं करता और न ही आपके प्रति गुस्सा दर्शाता हूं। मैं कांग्रेस हूं।"