'रात के 3 बजे हमने देश को नहीं जगाया लेकिन पाकिस्तान की नींद उड़ा दी, 5 बजे ही चिल्लाने लगा - मोदी ने मारा... मोदी ने मारा...'

शनिवार को नोएडा मेट्रो सिटी सेंटर-इलेक्ट्रॉनिक सिटी सेंटर सेक्शन और पं. दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्व संस्थान का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए विपक्षियों पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा देश, मेरा उत्तर प्रदेश वाकई बदल रहा है आगे बढ़ रहा है। आज भारत दुनिया में मोबाइल फोन बनाने में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है, इसमें नोएडा की बड़ी भूमिका है। 2014 से पहले मोबाइल फोन बनाने वाली सिर्फ 2 फैक्ट्रियां थीं। आज करीब सवा सौ फैक्ट्रियां देश में मोबाइल बना रही हैं। इसमें से बड़ी संख्या में फैक्ट्रियां नोएडा में हैं। यहां की कनेक्टिविटी को और सुधारने के लिए ही ज़ेवर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनने जा रहा है। इससे जुड़ी तमाम प्रक्रियाओं को तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। ये हवाई अड्डा जल्द शुरू होने वाला है, इससे नोएडा के लोगों को दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगा। जेवर एयरपोर्ट पश्चिमी यूपी के लिए एक स्वर्णिम अवसर लेकर आएगा। इसके सात ही उन्होंने यूपी के खुर्जा में सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट और बिहार के बक्सर में 1320 मेगा वाट थर्मल पावर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी।

विपक्ष पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उरी के बाद हमसे सबूत मांग रहे थे। पुलवामा हमला हुआ तो भारत के वीरों ने जो काम किया ऐसा काम दशकों तक नहीं हुआ। हमारे वीरों ने आतंकियों को उनके घर में घुस के मारा। रात के 3 बजे हमने देश को नहीं जगाया लेकिन पाकिस्तान की नींद उड़ गई। पाकिस्तान इस कदर घबरा गया था कि 5 बजे ही चिल्लाने लगा कि मोदी ने मारा मोदी ने मारा।

उन्होंने कहा कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने आतंकी हमला किया था। सारे सबूत पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं की तरफ जा रहे थे। लेकिन भारत ने क्या किया, पाकिस्तान को कैसे जवाब दिया? खबरें तो ये भी हैं कि उस समय भी हमारी वायुसेना ने कहा था कि हमें खुली छूट दीजिए। लेकिन हमारे सुरक्षाबलों को छूट नहीं दी गई। उनके हाथ-पैर बाँध कर कहा गया कि आतंक का मुकाबला करिए। क्या ऐसे देश की सुरक्षा होती है, क्या देश के दुश्मन के साथ ऐसी नरमी दिखनी चाहिए?

पीएम मोदी ने कहा हमारी सरकार, 21वीं सदी में देश की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है। पहले की सरकारों ने इसे प्राथमिकता ही नहीं दी थी। कल कानपुर में पनकी पावर प्रोजेक्ट के विस्तार का काम आरंभ हुआ है। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि पनकी प्रोजेक्ट में 40-40, 50-50 साल पुरानी हो चुकी मशीनों से ही काम लिया जा रहा था। नतीजा ये था कि जो बिजली वहां बन भी रही थी, उसकी कीमत आ रही थी 10 रुपए प्रति यूनिट। देश के पावर सेक्टर को सुधारने के लिए हमारी सरकार ने नई अप्रोच के साथ, नई नीतियों के साथ काम किया। हमने चार चीजों पर फोकस किया, चार अलग-अलग स्तरों पर काम किया - Production, Transmission, Distribution और Connection।