लक्षद्वीप में PM नरेंद्र मोदी ने की स्कूबा डाइविंग, कहा जो लोग एडवेंचर चाहते हैं उनकी लिस्ट में होना चाहिए

नई दिल्ली। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लक्षद्वीप दौरे पर समुंद्र में स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग का आनंद लिया। पीएम मोदी ने अपने लक्षद्वीप दौरे पर ट्वीट कर कहा , प्राकृतिक सुंदरता के अलावा, लक्षद्वीप की शांति भी मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। इससे मुझे यह सोचने का मौका मिला कि 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण के लिए और भी अधिक मेहनत कैसे की जाए।

मोदी ने कहा हाल ही में मुझे लक्षद्वीप के लोगों के बीच रहने का अवसर मिला। मैं अभी भी इसके द्वीपों की अद्भुत सुंदरता और यहां के लोगों की अविश्वसनीय गर्मजोशी से आश्चर्यचकित हूं। मुझे अगत्ती, बंगाराम और कावारत्ती में लोगों से बातचीत करने का अवसर मिला। मैं द्वीप के लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप दौरे की दिलचस्प तस्वीरें शेयर की हैं। पीएम ने स्नॉर्कलिंग की फोटो शेयर करते हुए कहा कि जो लोग एडवेंचर करना चाहते हैं, उनकी लिस्ट में लक्षद्वीप होना चाहिए। मैंने स्नॉर्कलिंग का प्रयास किया, यह आनंददायक अनुभव था।

पीएम मोदी ने समुद्र किनारे सैर की तस्वीरें भी शेयर की हैं। फोटो में पीएम कुर्सी पर बैठे समुद्र का नजारा देखते नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी ने इसके अलावा केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की। इसमें आयुष्मान भारत, पीएम-किसान, पीएम-आवास और किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से लाभान्वित लोग शामिल थे।

पीएम मोदी ने दौरे की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि लक्षद्वीप सिर्फ द्वीपों का एक समूह नहीं है; यह परंपराओं की एक विरासत है और इसके लोगों की भावना का एक प्रमाण है। मेरी यात्रा सीखने और बढ़ने की एक समृद्ध यात्रा रही है।

पीएम मोदी ने क्या कहा?

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लक्षद्वीप के लोगों के बीच रहने का अवसर मिला। मैं अभी भी इसके द्वीपों की अद्भुत सुंदरता और यहां के लोगों की अविश्वसनीय गर्मजोशी से आश्चर्यचकित हूं। मुझे अगत्ती, बंगाराम और कवरत्ती में लोगों से बातचीत करने का अवसर मिला। मैं द्वीप के लोगों को लिए धन्यवाद देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य विकास के माध्यम से लोगों का जीवन का उत्थान करना है। भविष्य के बुनियादी ढांचे के निर्माण के अलावा बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, तेज़ इंटरनेट और पीने के पानी के अवसर पैदा करने के साथ-साथ जीवंत स्थानीय संस्कृति का जश्न मनाने के बारे में भी है। वे इसी भावना को दर्शाते हैं।