कोरोना संकट के बीच भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा, PM मोदी-अमित शाह ने ट्वीट कर दी बधाई

कोरोना संकट काल में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी मिलने के बाद आज मंगलवार को ऐतिहासिक जगन्नाथ यात्रा निकाली जा रही है। 2500 साल से ज्यादा पुराने रथयात्रा के इतिहास में पहली बार ऐसा मौका होगा, जब भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलेगी, लेकिन भक्त घरों में कैद रहेंगे। कोरोना महामारी के चलते पुरी शहर को टोटल लॉकडाउन करके रथयात्रा को मंदिर के 1172 सेवक गुंडिचा मंदिर तक ले जाएंगे। ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में निकल रही यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी है।

मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पावन-पुनीत अवसर पर आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि श्रद्धा और भक्ति से भरी यह यात्रा देशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और आरोग्य लेकर आए। जय जगन्नाथ!'

प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भगवान जगन्नाथ के चाहने वालों को शुभकामनाएं दीं। अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, 'रथ यात्रा के अवसर पर मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। भगवान जगन्नाथ सभी के जीवन में खुशहाली लाएं, जय जगन्नाथ।'

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी देशवासियों को इस अवसर पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'रथ यात्रा के पावन अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में प्रभु जगन्नाथ के श्रद्धालुओं को बधाई। मैं कामना करता हूं कि प्रभु जगन्नाथ की कृपा, कोविड-19 का सामना करने‌ के लिये हमें साहस व संकल्प-शक्ति प्रदान करे और हमारे जीवन में स्वास्थ्य और आनंद का संचार करे।'

आपको बता दें कि ओडिशा में पुरी के अलावा भी कई जगहों पर ऐसी यात्राएं आयोजित की जाती हैं। अहमदाबाद में भी रथयात्रा निकलती है। आज गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोने के झाड़ू से झाड़ू लगाकर रथ खींचा। हालांकि रथयात्रा मंदिर परिसर से बाहर नहीं निकलेगी। चंद भक्तों के बीच सुबह 4 बजे मंगला आरती और दर्शन शुरू हुए। भगवान जगन्नाथ को रथ में बिठाकर पूरे दिन भक्त मंदिर परिसर में ही दर्शन कर सकेंगे। सिर्फ 10 लोगों को एक साथ मंदिर परिसर में आने की इजाजत मिलेगी। सोशल डिस्टेंसिंग और थर्मल चेकिंग के बाद भक्तों को मंदिर में आने दिया जाएगा।