मनोज कुमार के जाने से दुखी PM मोदी, भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ शेयर की अनदेखी तस्वीरें

1957 में फिल्म 'फैशन' से हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे। दिलीप कुमार से प्रेरित होकर अभिनेता बनने का सपना देखने वाले मनोज कुमार केवल एक उम्दा अभिनेता ही नहीं थे, बल्कि एक प्रतिभाशाली निर्देशक, पटकथा लेखक, गीतकार और संपादक भी थे।

पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे मनोज कुमार को मुंबई के अंधेरी स्थित कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से सिनेमा जगत को अपूरणीय क्षति पहुंची है। सोशल मीडिया पर फैंस, सेलेब्रिटीज और राजनेता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने साझा की यादें और अनदेखी तस्वीरें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मनोज कुमार के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक्स (Twitter) पर दो अनदेखी तस्वीरें साझा कीं। एक तस्वीर में युवा मनोज कुमार कुछ लोगों के साथ नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरी फोटो में पीएम मोदी और मनोज कुमार किसी मुद्दे पर बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं।

इन तस्वीरों के साथ पीएम मोदी ने लिखा, बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और फिल्ममेकर मनोज कुमार जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। उन्होंने ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जो देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत थीं। उनका सिनेमा हर भारतीय के दिल में देश के प्रति गर्व की भावना जगाता था। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”

देशभक्ति की आत्मा बन चुके थे मनोज कुमार

मनोज कुमार को खासतौर पर देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों के लिए जाना जाता है। 1965 में आई फिल्म 'शहीद' से उन्हें बड़ी पहचान मिली। इसके बाद 'उपकार', 'पूरब और पश्चिम', और 'रोटी, कपड़ा और मकान' जैसी फिल्मों ने उन्हें 'भारत कुमार' की पहचान दिलाई।