G-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए जापान पहुंचे PM मोदी, सम्मेलन में इन मुद्दों पर होगी चर्चा

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जापान के ओसाका शहर में 28-29 जून को होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। बुधवार को जापान जाने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जी-20 में शिखर सम्मेलन में बहुपक्षवाद में सुधार के लिए भारत के मजबूत समर्थन पर जोर देंगे, जो नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी छठी बार इस बैठक में शामिल होंगे। भारत अब तक सभी जी-20 शिखर सम्मेलनों में शिरकत करता आया है वहीं, 2022 में वो इसकी मेजबानी भी करेगा। पीएम मोदी इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कई राष्ट्र अध्यक्षों से मुलाकात करेंगे।

रवानगी से पहले पीएम मोदी ने कही यह बात

रवानगी से पहले अपने बयान में उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आतंकवाद जैसी चुनौतियों के समाधान के लिए आम प्रयास जैसे मुद्दे उनके एजेंडे में शीर्ष पर होंगे। पीएम मोदी ने कहा,‘शिखर सम्मेलन बहुपक्षवाद में सुधार के लिए हमारे मजबूत समर्थन को दोहराने और सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा, जो आज की तेजी से बदलती दुनिया में नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण है।’ उन्होंने कहा कि दो दिवसीय ओसाका शिखर सम्मेलन 2022 में जी -20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के वास्ते भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जब हम अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ वर्ष में एक नए भारत की शुरूआत करेंगे।

'प्रमुख साझेदार देशों के नेताओं के साथ बैठक की उम्मीद है'

पीएम मोदी ने कहा कि सम्मेलन के इतर उन्हें द्विपक्षीय और वैश्विक महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रमुख साझेदार देशों के नेताओं के साथ बैठक की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'मैं सम्मेलन के इतर रूस, भारत और चीन (आरआईसी) की अनौपचारिक बैठक की मेजबानी करने के लिए भी उत्सुक हूं, और मैं ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) और जेएआई (जापान,अमेरिका और भारत) नेताओं की अगली अनौपचारिक बैठकों में भी भाग लूंगा।’

इन मुद्दों पर सम्मेलन में होगी चर्चा

सम्मेलन इस बार जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है वह है - वैश्विक अर्थव्यवस्था, कारोबार और निवेश, नवोन्मेष यानी इनोवेशन, पर्यावरण व ऊर्जा, रोजगार, महिला सशक्तिकरण, विकास और स्वास्थ्य। डिजिटल इकोनॉमी, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस, समावेशी और सतत विकास वाली दुनिया, ऊर्जा और पर्यावरण, सोसाइटी 5.0, बेहतर गुणवत्ता का ढांचागत विकास, वैश्विक स्वास्थ्य, आयु वृद्धि, जलवायु परिवर्तन तथा समुद्र में बढ़ती प्लास्टिक की समस्या।

जी-20 के सदस्य देशों में कौन-कौन शामिल है?

जी-20 के सदस्य देशों में भारत, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।