पिटबुल और रॉटविलर को अब घर पर नहीं पाल सकेंगे इस शहर के लोग, लगा प्रतिबंध

देशभर में पालतू पिटबुल कुत्तों के हमलों का मामला गरमाया हुआ है। एक के बाद एक कई शहरों से इस तरह के मामले सामने आए हैं। मेरठ में पिटबुल के हमले में गंभीर रूप से घायल एक लड़की की खबर सामने आने के लगभग दो महीने बाद पंजाब में 13 साल के बच्चे का कुत्ते ने कान काट लिया था। गुरुग्राम में भी पिटबुल ने एक महिला पर हमला किया था जबकि लखनऊ में पिटबुल ने खुद की मालकिन को नोंच डाला था। गाजियाबाद में ऐसी ही एक घटना पर एक बच्चे को 100 से ज्यादा टांके आए थे। देशभर कुत्तों के हमलों के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पंचकूला नगर निगम ने पिटबुल और रॉटविलर कुत्तों की इन दो नस्लों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

अधिकारियों का कहना है कि अब इन दोनों नस्लों के कुत्तों को घर में नहीं पाला जा सकेगा। पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि गुरुवार को एमसी हाउस में हुई बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में 24 सूत्री एजेंडा पेश किया गया था। इन सभी को सदन में पारित किया गया था।

मेयर ने कहा, जहां तक कुत्तों से जुड़े मामले का सवाल है। जिन पेट डॉग्स के मालिकों ने अपने डोमेस्टिक कुत्तों को रजिस्टर्ड नहीं कराया है, उन पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर विशेष रूप से पिटबुल और रॉटविलर नस्ल के कुत्तों के मामले सामने आए थे और लोग इसे लेकर परेशान थे।

बता दें कि पिटबुल और रॉटविलर नस्ल की कुत्तों को पंचकूला के अलावा कई अन्य शहरों में भी बैन किया गया है।